कन्नूर (केरल), केरल में कांग्रेस ने कन्नूर जिले में हाल में हुए विस्फोट की जांच एक केंद्रीय एजेंसी से कराने की मांग करते हुए शुक्रवार को आरोप लगाया कि इस मामले में सबूतों की सुरक्षा के लिए राज्य पुलिस पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।
कन्नूर में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी और तीन अन्य घायल हो गए थे।
युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राहुल ममकूटातिल ने यहां पत्रकारों से कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय एजेंसी से जांच कराया जाना आवश्यक है कि पुलिस मामले में सबूत नष्ट न करें।
उन्होंने कहा, ‘‘बम बनाना एक गंभीर मुद्दा है।’’
मुस्लिम यूथ लीग की केरल प्रदेश समिति के महासचिव पी के फिरोज ने भी ऐसे ही विचार साझा किए।
फिरोज ने दावा किया कि पुलिस विस्फोट में घायल लोगों के स्वास्थ्य के साथ ही इस मामले से जुड़ी अन्य जानकारियां भी छिपा रही है, इसलिए आशंका है कि पुलिस ने उचित जांच नहीं की है।
कन्नूर के पनूर में एक देसी बम बनाते वक्त उसमें विस्फोट होने से लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) पर चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने के लिए बम बनाने की गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। हालांकि, वाम दल ने यह आरोप खारिज कर दिया है।
भाजपा और कांग्रेस ने भी यह दावा किया कि लोकसभा चुनाव लड़ रहे उनके उम्मीदवार या पार्टी कार्यकर्ता बमों के निशाने पर हैं।
इस मामले में पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, कई आरोपी या तो माकपा कार्यकर्ता हैं या समर्थक हैं तथा उनमें से एक ‘डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (डीवाईएफआई) का नेता भी है।
माकपा ने इससे भी इनकार करते हुए कहा कि बम बनाने में शामिल लोगों ने पहले भी पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमला किया है इसलिए उन्हें पार्टी से दरकिनार कर दिया गया था।