वाशिंगटन, भारत के जैन धर्मगुरु लोकेश मुनि को जनता के कल्याण और मानवता के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए अमेरिका के ‘प्रेसिडेंट्स गोल्ड वालेंटियर सर्विस’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
भारत में ‘अहिंसा विश्व भारती एवं विश्व शांति केंद्र’ के संस्थापक मुनि को मंगलवार को अमेरिका के संसद भवन में डेमोक्रेटिक सांसद ब्रैड शर्मन ने इस पुरस्कार से सम्मानित किया।
राष्ट्रपति जो बाइडन के हस्ताक्षर वाले प्रशस्तिपत्र में कहा गया,‘‘ मैं जन कल्याण में आपके योगदान के लिए आपको मुबारकबाद देता हूं साथ ही इस महान देश और मानवता की सेवा के लिए आपका आभार व्यक्त करता हूं।’’
‘प्रेसिडेंट्स वॉलेंटियर सर्विस अवार्ड’ का चयन अमेरिकी सरकार की एक स्वतंत्र एजेंसी ‘अमेरीकॉर्प्स’ करती है।
प्रशस्तिपत्र में कहा गया है,‘‘ अमेरिका की कहानी हममें से किसी एक पर आधारित नहीं है और न ही हममें से कुछ पर, बल्कि यह हम सब पर आधारित है। जन कल्याण का जिम्मा खुद ही संभालने के लिए मैं आपको बधाई देता हूं और आपको ‘प्रेसिड़ेंट्स गोल्ड वॉलेंटियर सर्विस अवार्ड’ प्रदान करके इस देश में 500 घंटों की सेवा को रेखांकित करते हुए गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। ’’
जैन मुनि ने कहा कि उनको प्रदान किया गया पुरस्कार जैन धर्म के सिद्धांतों, इसके संस्थापक भगवान महावीर और समृद्ध भारतीय संस्कृति का सम्मान है।
जैन मुनि ने राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रति आभार व्यक्त किया और उम्मीद जताई कि अमेरिका और भारत मानवता के कल्याण के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे।