भंडारा (महाराष्ट्र), कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी केंद्र में सत्ता में आई तो किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा।
भंडारा जिले के साकोली में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश के लोगों को परेशान करने वाले मुख्य मुद्दे बेरोजगारी और महंगाई हैं, हालांकि मीडिया ने इन्हें नजरअंदाज कर दिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा।
गांधी ने केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, ‘‘लोग बेरोजगारी और महंगाई से त्रस्त हैं। हालात ऐसे हैं कि जो कुछ हजार कमाते हैं तथा करोडो़ं रुपये कमाने वाले समान जीएसटी चुका रहे हैं।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि सत्ता में आने के बाद उनकी पार्टी जातिगत जनगणना कराएगी क्योंकि यह देश के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है।
‘अग्निवीरों’ की भर्ती वाले केंद्र के अग्निपथ कार्यक्रम की आलोचना करते हुए गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी के सत्ता में आने के बाद इसे खत्म कर दिया जाएगा क्योंकि “सेना इसके पक्ष में नहीं है”।
मोदी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि खुद को ओबीसी कहने वाले प्रधानमंत्री को देश को बताना चाहिए कि उन्होंने अपने 10 साल के शासन में इस वर्ग के लिए क्या किया है।
गांधी ने दावा किया कि केंद्र सरकार कुछ उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है, जबकि आम लोगों को कुछ नहीं मिल रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया, “सिर्फ 22 लोगों के पास देश की 50 फीसदी आबादी के बराबर संपत्ति है। लेकिन मोदी केवल धर्म के बारे में बात करते रहते हैं और जातियों तथा समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करने की कोशिश करते हैं।”
गांधी ने दावा किया कि मोदी के 10 साल के शासन के दौरान गौतम अडाणी के स्वामित्व वाली कंपनियों के शेयर की कीमतें आसमान छू गई हैं और अरबपति के पास अब हवाई अड्डों से लेकर बंदरगाहों तक तथा सड़कों, पुल, कोयला खदानों और बिजली संयंत्रों तक हर क्षेत्र में हिस्सेदारी है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि जब लोग कोविड-19 महामारी के दौरान चिकित्सा सहायता मांग रहे थे, तो मोदी उनसे “थालियां” बजाने और मोबाइल फोन की टॉर्च जलाने के लिए कह रहे थे।
साकोली भंडारा-गोंदिया लोकसभा सीट का हिस्सा है, जहां से कांग्रेस ने डॉ. प्रशांत पडोले को मैदान में उतारा है।