नयी दिल्ली, चीन को निर्यात की जाने वाली कुल 161 वस्तुओं में से लगभग 90 प्रमुख वस्तुओं का निर्यात पिछले साल बढ़ा है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इनमें लौह अयस्क, दूरसंचार उपकरण और इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जे आदि शामिल हैं।
आंकड़ों के अनुसार, भारत से चीन को निर्यात होने वाली कुल वस्तुओं में से इन 90 वस्तुओं की हिस्सेदारी 67.7 प्रतिशत है, जबकि शेष 32.3 प्रतिशत हिस्सेदारी वाली शेष 71 वस्तुओं का निर्यात घटा है।
भारत का चीन को निर्यात चार स्तरों में पिछले साल 10 करोड़ डॉलर से अधिक बढ़ा है। वे हैं लौह अयस्क (2023 में 216.8 प्रतिशत बढ़कर 3.33 अरब डॉलर), सूती धागा (2023 में 542.6 प्रतिशत बढ़कर 61.11 करोड़ डॉलर), मसाले (2023 में 19.4 प्रतिशत बढ़कर 13.22 करोड़ डॉलर), और प्रसंस्कृत खनिज (2023 में 174.19 प्रतिशत बढ़कर 12.9 करोड़ डालर तक)।
चीन के लिए 15 अन्य उत्पादों का निर्यात 10 से 100 अरब डॉलर तक बढ़ा है।
इन वस्तुओं में समुद्री उत्पाद, लौह एवं इस्पात, दूरसंचार उपकरण, वनस्पति तेल, कृषि रसायन, कागज, पेपर बोर्ड, दवा फॉर्मूलेशन, जैविक, एसी, फ्रिज मशीनरी, पेंट, थोक खनिज और अयस्क और प्रसंस्कृत सब्जियां शामिल हैं।
आंकड़ों के अनुसार, भारत का चीन को दूरसंचार उपकरणों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का निर्यात 2023 में क्रमशः 46.45 प्रतिशत और 6.75 प्रतिशत बढ़कर 24.75 करोड़ डॉलर और 15.65 करोड़ डॉलर हो गया।