नयी दिल्ली, सार्वजनिक क्षेत्र के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में 41 प्रतिशत बढ़कर 807 करोड़ रुपये हो गया। फंसे कर्ज में कमी और ब्याज आय बढ़ने से बैंक का लाभ बढ़ा है।
इससे पूर्व वित्त वर्ष 2022-23 की इसी तिमाही में बैंक को 571 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
सेंट्रल बैंक ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि मार्च 2024 को समाप्त तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 9,699 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले की समान तिमाही में 8,567 करोड़ रुपये थी।
बैंक की ब्याज आय आलोच्य तिमाही में बढ़कर 8,337 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2022-23 की जनवरी-मार्च तिमाही में 7,144 करोड़ रुपये थी।
इस दौरान बैंक की गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) सकल कर्ज का 4.5 प्रतिशत रही जो एक साल पहले मार्च 2023 में 8.44 प्रतिशत थी।
शुद्ध एनपीए मार्च 2024 को समाप्त तिमाही में घटकर कुल कर्ज का 1.23 प्रतिशत रहा जो एक साल पहले इसी तिमाही में 1.77 प्रतिशत था।
फंसे कर्ज में कमी से बैंक का ऐसे ऋण को लेकर प्रावधान 2023-24 की चौथी तिमाही में घटकर 509 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले इसी तिमाही में 789 करोड़ रुपये था।
बैंक के निदेशक मंडल ने अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) या राइट इश्यू, पात्र संस्थागत नियोजन या अन्य किसी माध्यम से 5,000 करोड़ रुपये तक पूंजी जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी भी दी है। यह पूंजी मंजूरी के आधार पर बासेल-3 मानकों के अनुरूप शेयर पूंजी (टिअर 1) और बॉन्ड अथना अन्य प्रतिभूतियों के जरिये जुटायी जाएगी।