हसन (कर्नाटक), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र ने सोमवार को कहा कि पार्टी बागी नेता के. एस. ईश्वरप्पा के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी।
ईश्वरप्पा ने शिवमोगा लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
पार्टी ने इस मामले पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है। विजयेंद्र ने दावा किया कि उनके भाई और शिवमोगा से सांसद बी. वाई. राघवेंद्र दो लाख से अधिक मतों के अंतर से सीट जीतेंगे और लोग ईश्वरप्पा को सबक सिखाएंगे। राघवेंद्र इस सीट से फिर से चुनावी मैदान में हैं।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ईश्वरप्पा ने शिवमोगा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। वह पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के बड़े बेटे राघवेंद्र एवं कांग्रेस उम्मीदवार गीता शिवराजकुमार के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रह चुके ईश्वरप्पा अपने बेटे के.ई. कांतेश को हावेरी संसदीय क्षेत्र से टिकट नहीं दिए जाने से नाराज हैं। उन्होंने येदियुरप्पा और उनके बेटों राघवेंद्र तथा विजयेंद्र पर निशाना साधते हुए उन पर वंशवाद की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
विजयेंद्र ने येदियुरप्पा द्वारा अपने बेटों और बेंगलुरु उत्तर सीट से पार्टी उम्मीदवार शोभा करंदलाजे का पक्ष लेने के 75 वर्षीय ईश्वरप्पा के आरोपों के जवाब में कहा, ‘‘हम उनके (ईश्वरप्पा के) खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करेंगे और निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता भी उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। वह जितना बोलेंगे, राघवेंद्र के पक्ष में उससे दोगुने वोट आएंगे।’’
उन्होंने यहां संवाददताओं से कहा कि राघवेंद्र एक लोकप्रिय सांसद हैं और लोग ईश्वरप्पा की ऐसी ‘बेकार की बातों’ को खारिज कर देंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘मंत्री और उपमुख्यमंत्री रहते हुए ईश्वरप्पा का शिवमोगा जिले में क्या योगदान है। राघवेंद्र ने एक सांसद के रूप में क्या विकास कार्य किए हैं और मुख्यमंत्री के रूप में येदियुरप्पा का जिले और राज्य में क्या योगदान है, इसकी चर्चा हर घर में है।’’
विपक्ष के नेता आर. अशोक ने इस महीने की शुरुआत में संकेत दिया था कि ईश्वरप्पा द्वारा पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार के खिलाफ नामांकन पत्र दाखिल किए जाने के बाद भाजपा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने पर फैसला करेगी।