नयी दिल्ली, आम आदमी पार्टी (आप) ने सोमवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उसे लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकना चाहती है।
उसका यह बयान तब आया है जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में दिल्ली की सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक से पूछताछ की है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक (पीए) बिभव कुमार से भी सोमवार को इसी मामले में पूछताछ की गयी। ईडी इस मामले में पहले भी कुमार और पाठक से पूछताछ कर चुकी है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा, ‘‘भाजपा किसी भी कीमत पर ‘आप’ को लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकना चाहती है। यह भाजपा की राजनीतिक साजिश है।’’
‘आप’ के राज्यसभा सदस्य संदीप पाठक ने आरोप लगाया कि भाजपा ने ‘‘नेताओं की एक सूची बनायी है और वे पूरी पार्टी को जेल में डालना चाहते हैं ताकि वे मुकाबले में अकेले रहें।’’
ईडी ने धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत सोमवार को बिभव कुमार और दुर्गेश पाठक के बयान दर्ज किए। सूत्रों ने बताया कि केजरीवाल की गतिविधियों और कार्यक्रमों के सिलसिले में कुमार से पूछताछ जरूरी थी।
एजेंसी ने अपने पहले के आरोपपत्रों में आरोप लगाया था कि दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और कुमार सहित कम से कम 36 आरोपियों ने कथित घोटाले में हजारों करोड़ रुपये की “रिश्वत” के सबूत छुपाने के लिए 170 फोन “नष्ट किए, इस्तेमाल किए या बदल दिए।’’
समझा जाता है कि राजिंदर नगर निर्वाचन क्षेत्र से आप के विधायक पाठक (35) को एजेंसी ने 2021-22 में गोवा विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रचार अभियान के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया था।
ईडी ने आरोप लगाया है कि ‘साउथ ग्रुप’ द्वारा कथित रूप से प्रदान की गई 100 करोड़ रुपये की “रिश्वत” में से 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल आप द्वारा इस प्रचार अभियान के लिए किया गया था। एजेंसी ने दावा किया है कि विजय नायर और पाठक जैसे आप सदस्यों द्वारा प्रबंधित प्रचार अभियान गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों को नकद भुगतान किया गया था।