पेरिस, अमेरिका और चीन के स्वर्ण पदक और कुल पदकों की संख्या के मामले में 100 दिन में शुरू हो रहे पेरिस ओलंपिक में शीर्ष दो में रहने की उम्मीद है।
अमेरिका के 39 स्वर्ण सहित कुल 123 पदक जीतने का अनुमान है। चीन के 35 स्वर्ण सहित 89 पदक जीतने की संभावना है। तीन साल पहले महामारी के कारण विलंब से हुए तोक्यो ओलंपिक में भी ये दोनों देश स्वर्ण पदक और कुल पदक के मामले में शीर्ष दो में रहे थे।
यह पूर्वानुमान नीलसन के ग्रेसनोट स्पोर्ट्स द्वारा लगाया गया है जो दुनिया भर की खेल लीग के लिए सांख्यिकीय विश्लेषण प्रदान करता है। यह खेलों से पहले ओलंपिक खेलों से जुड़ी प्रमुख प्रतियोगिताओं पर भी नजर रखता है।
ग्रेसनोट की रैंकिंग जीते गए कुल पदकों की संख्या पर आधारित होती है जबकि अन्य लोग रैंकिंग को स्वर्ण के कुल योग पर केंद्रित करते हैं।
यह लगातार आठवीं बार होगा जब अमेरिका के ग्रीष्मकालीन खेलों में कुल पदक के मामले में सबसे अधिक पदक जीतने का अनुमान है। बार्सीलोना में 1992 में यूनिफाइड टीम पदकों की कुल संख्या के मामले में शीर्ष पर रही थी। वे एथलीट पूर्व सोवियत संघ से थे जो तब एक संप्रभु राज्य के रूप में टूट गया था।
अमेरिका ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक के मामले में पिछली बार 2008 बीजिंग ओलंपिक में शीर्ष पर नहीं था जब चीन ने भारी निवेश किया था और इसका फायदा भी दिखा था।
इन दोनों के बाद कुल पदक और स्वर्ण पदक के मामले में ब्रिटेन (66-13), फ़्रांस (55-28), ऑस्ट्रेलिया (50-13), जापान (49-13), इटली (47-12), नीदरलैंड (38-18), जर्मनी (36-9) और दक्षिण कोरिया (24-9) के रहने की उम्मीद है।
मेजबान देश की पदकों की संख्या में हमेशा इजाफा होता है और तोक्यो में कुल 33 पदक जीतने वाले फ्रांस को पेरिस में 55 पदक मिलने का अनुमान है। फ्रांस ने तोक्यो में 10 स्वर्ण पदक जीते थे और पेरिस में उसे इससे लगभग तीन गुना 28 पदक मिलने का अनुमान लगाया गया है।
तोक्यो में जापान ने भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 27 स्वर्ण सहित कुल 58 पदक जीते थे।