नयी दिल्ली, विप्रो जीई हेल्थकेयर ने स्थानीय विनिर्माण और अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) को बढ़ाने के लिए अगले पांच वर्षों में भारत में 8,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने की मंगलवार को जानकारी दी।
अग्रणी वैश्विक मेडटेक (चिकित्सकीय प्रौद्योगिकी), फार्मास्युटिकल डायग्नोस्टिक्स और डिजिटल समाधान प्रदाता कंपनी ने कहा कि निवेश के एक हिस्से के रूप में इसका ‘मेड इन इंडिया’ पीईटी सीटी डिस्कवरी आईक्यू स्कैनर 15 देशों में निर्यात किया जाएगा।
बयान के अनुसार, इसके अतिरिक्त स्थानीय स्तर पर उत्पादित रिवोल्यूशन एस्पायर सीटी, रेवोल्यूशन एसीटी और एमआर ब्रेस्ट कॉइल्स का निर्माण ‘‘दुनियाभर के लिए भारत में’’ किया जाएगा।
विप्रो जीई हेल्थकेयर के चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने कहा कि भारत स्वास्थ्य सेवा उद्योग में पुनरुत्थान के मार्ग पर है और मेडटेक क्षेत्र का तेजी से विस्तार कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘ ‘मेक इन इंडिया’ (भारत निर्मित) के साथ हम देश के विनिर्माण क्षेत्र का तेजी से विस्तार देख रहे हैं, जिससे दुनिया के मेडटेक (चिकित्सकीय प्रौद्योगिकी) हब के रूप में भारत की क्षमता मजबूत हो रही है।’’
प्रेमजी ने कहा, ‘‘ विप्रो जीई हेल्थकेयर तीन दशकों से अधिक समय से इस स्थानीयकरण यात्रा के लिए प्रतिबद्ध है और यह रणनीतिक निवेश इस क्षेत्र के लिए हमारे दृष्टिकोण का प्रमाण है।’’
जीई हेल्थकेयर के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पीटर जे. अर्डुइनी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर जीई हेल्थकेयर के लिए भारत एक उच्च क्षमता वाला, उच्च प्राथमिकता वाला बाजार है।
विप्रो जीई हेल्थकेयर के वर्तमान में बेंगलुरु में चार विनिर्माण संयंत्र हैं।