अमेठी (उप्र) केंद्रीय महिला एवं बाल विकास तथा अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि केंद्र में उनकी माता जी की सरकार थी और उत्तर प्रदेश में उनके सहयोगी अखिलेश यादव की सरकार चल रही थी, लेकिन अमेठी के विकास की ओर ध्यान नहीं दिया गया।
स्मृति ईरानी ने यहां अमेठी-किठावर (प्रतापगढ़) मार्ग के दोहरीकरण का शिलान्यास करने के बाद विशेषरगंज के काली जी मैदान में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने (राहुल गांधी) अमेठी से परिवार जैसे रिश्ते की बात की है पर पारिवारिक जिम्मेदारी को नहीं निभाई।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि नामदारों ने अमेठी के लोगों के समर्थन के बल पर दिल्ली में बैठकर राज तो किया, लेकिन अमेठी के विषय में सोचा नहीं, खासकर राहुल गांधी ने अमेठी के विकास पर कोई ध्यान नहीं दिया।
अपने द्वारा कराये गये कार्यों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि यही कारण है कि 50 साल और पांच साल में फर्क दिखाई दे रहा है। ईरानी ने दावा किया कि जो काम 50 साल में नहीं हुए वह काम अमेठी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पांच साल में करके दिखाया है।
स्मृति ईरानी ने कहा कि 2019 में प्रधानमंत्री जी अमेठी आए थे तो उन्होंने कहा था , ‘‘हम परिवर्तन लेकर आए हैं’’ और उन्होंने पांच साल में जिस तरीके से विकास के काम किए हैं, उससे आज अमेठी बदली हुई नजर आ रही है।
स्मृति ईरानी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा , ‘केंद्र में माताजी की सरकार चल रही थी और उत्तर प्रदेश में उनके सहयोगी अखिलेश यादव की सरकार चल रही थी, लेकिन राहुल गांधी ने अमेठी की अनदेखी की, अमेठी के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई और कोई विकास कार्य नहीं किया।’
ईरानी ने कहा, ‘वायनाड जाकर उन्होंने अमेठी के लोगों के बारे में जो कुछ भी कहा, वह सीधे तौर पर अमेठी के लोगों की भावनाओं का अपमान है। जिस अमेठी ने उन्हें ऊंचाइयों तक पहुंचाया, उसी अमेठी के लोगों का उन्होंने वायनाड में अपमान किया।’
ईरानी से जब पत्रकारों ने पूछा कि अब तक कांग्रेस ने अमेठी में कोई उम्मीदवार नहीं घोषित किया है तो उन्होंने कहा कि यह 50 साल और पांच साल के विकास कार्यों का परिणाम है कि कांग्रेस यहां से उम्मीदवार उतारने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। उन्होंने कहा कि उनको (कांग्रेस नेताओं को) इस बात का आभास हो चला है कि अमेठी अब उनके साथ नहीं है, अमेठी विकास के साथ है और विकास नरेन्द्र मोदी ने किया है।
स्मृति ईरानी ने कहा कि गांधी-नेहरू परिवार ने अमेठी से पारिवारिक रिश्तों की बात तो की लेकिन उसका फर्ज नहीं निभाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव हारने के बाद राहुल गांधी अमेठी में नजर नहीं आए और उन्होंने अमेठी को बेसहारा छोड़ दिया।
राहुल और अखिलेश की जोड़ी के सवाल पर स्मृति ईरानी ने कहा कि यह तो पहले भी देख चुके हैं और आज तो कहीं जोड़ी नजर नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि अखिलेश नजर नहीं आ रहे हैं क्योंकि वह भी जानते हैं अमेठी में उनके साथ कोई नहीं है।