नयी दिल्ली, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (पीएफएमएस) ने 34 लाख करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) की सुविधा दी है। उन्होंने लेखा अधिकारियों से प्रणाली की दक्षता और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए भी कहा।
सीतारमण ने 48वें नागरिक लेखा दिवस के अवसर पर लेखा महानियंत्रक (सीजीए) और भारतीय नागरिक लेखा संगठन (आईसीएओ) को एक लिखित संदेश में कहा कि पीएफएमएस एक मजबूत भुगतान और लेखा नेटवर्क के साथ ही कुशल कोष प्रवाह प्रणाली स्थापित करने की आधारशिला रहा है।
पीएफएमएस एक प्रबंधन सूचना प्रणाली है, जिसका इस्तेमाल भारतीय नागरिक लेखा सेवा के अधिकारी सरकार के खातों को संभालने के लिए करते हैं।
इसका इस्तेमाल डीबीटी के जरिए विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थी खातों में धनराशि स्थानांतरित करने के लिए भी किया जाता है।
सीतारमण ने अपने संदेश में कहा, ‘पीएफएमएस के जरिए प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण व्यवस्था के तहत सरकार से 34 लाख करोड़ रुपये का अंतरण हुआ है… यह इस बात का प्रमाण है कि व्यवस्था प्रभावी होने से लाभ बिना किसी गड़बड़ी के कैसे सीधे नागरिकों तक पहुंचाया जाए।’
इस संदेश को वित्त सचिव टी वी सोमनाथन ने नागरिक लेखा दिवस कार्यक्रम में पढ़ा।