मुंबई,अमेरिकी बाजारों में रिकॉर्ड तेजी और एलएंडटी, आईटीसी एवं मारुति सुजुकी जैसे प्रमुख शेयरों में मजबूती के बीच घरेलू शेयर बाजारों के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन बढ़त के साथ बंद हुए।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व से इस साल दरों में तीन कटौतियों का संकेत मिलने के बाद शेयर बाजार में सकारात्मक माहौल बना हुआ है।
कारोबारियों ने कहा कि हालांकि आईटी और तकनीकी शेयरों में भारी बिकवाली ने सूचकांकों पर दबाव बनाए रखा और उनकी बढ़त को सीमित कर दिया।
शुरुआती कारोबार में गिरावट के बाद बाजारों ने शानदार सुधार दर्ज किया। इस दौरान 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 190.75 अंक यानी 0.26 प्रतिशत चढ़कर 72,831.94 अंक पर बंद हुआ।
एनएसई निफ्टी भी 84.80 अंक यानी 0.39 प्रतिशत बढ़कर 22,096.75 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में सन फार्मा, मारुति, इंडसइंड बैंक, टाइटन, आईटीसी, टाटा मोटर्स, लार्सन एंड टुब्रो और जेएसडब्ल्यू स्टील में उल्लेखनीय बढ़त रही।
दूसरी तरफ इन्फोसिस, विप्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टेक महिंद्रा और बजाज फिनसर्व के शेयरों में गिरावट रही। बीएसई आईटी सूचकांक में दो प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
साप्ताहिक आधार पर बीएसई सेंसेक्स 188.51 अंक यानी 0.25 प्रतिशत बढ़ा, जबकि निफ्टी में 73.4 अंक यानी 0.33 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू बाजार शुरुआती गिरावट से तेजी से उबरा और अनुकूल वैश्विक संकेतों के बीच निचले स्तर पर लिवाली के चलते पूरे दिन सकारात्मक गति बनी रही।
उन्होंने कहा, ‘कच्चे तेल की कीमतों के हाल के उच्चतम स्तर से नीचे आने से भी सकारात्मक धारणा बनी। इस दौरान ज्यादातर क्षेत्रों में तेजी रही, जबकि एक प्रमुख आईटी कंपनी एक्सेंचर के कमजोर आय अनुमानों के कारण आईटी क्षेत्र लाल निशान में बंद हुआ।’
व्यापक बाजारों में बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 1.06 प्रतिशत और मिडकैप सूचकांक 0.38 प्रतिशत चढ़ गया।
क्षेत्रवार बात करें तो दूरसंचार में 2.28 प्रतिशत, स्वास्थ्य सेवा में 1.17 प्रतिशत और औद्योगिक क्षेत्र में 1.17 प्रतिशत और जिंस में 1.11 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
वहीं, आईटी खंड में दो प्रतिशत और तकनीकी खंड में 1.47 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि इस सप्ताह केंद्रीय बैंकों की बैठकों से यह संकेत मिला कि नीति की दिशा अब नरमी की ओर है।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरकर बंद हुए जबकि जापान का निक्की बढ़त के साथ बंद हुआ।
यूरोपीय बाजारों में मिलाजुला रुख था। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को बढ़त के साथ बंद हुए।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 1,826.97 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध रूप से बिकवाली की।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.22 प्रतिशत गिरकर 85.59 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजीत मिश्रा ने कहा कि बाजार उतार-चढ़ाव से गुजरने के बावजूद सकारात्मक वैश्विक संकेतों से बढ़त लेकर बंद हुए। कारोबारियों को अनुकूल वैश्विक संकेतों से समर्थन मिल रहा है।