सारा अली खान ने 2018 में सुशांत सिंह राजपूत के अपोजिट स्क्रीन शेयर करते हुए फिल्म ‘केदारनाथ’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की सफलता ने सिने जगत में सारा अली खान के करियर की राह पक्की कर दी।
डायरेक्टर ‘रोहित शेट्टी’ की फिल्म ‘सिम्बा’ (2018) में रणवीर सिंह’ के अपोजिट पहली बार सारा अली खान एक चुलबुली और क्यूट लड़की के किरदार मे नजर आईं थीं। ये फिल्म कामयाबी के लिहाज से सारा की पहली फिल्म को बहुत पीछे छोड़ते हुए अच्छी खासी हिट साबित हुई।
फोब्र्स इंडिया व्दारा 2019 में 100 सेलिब्रिटीज की सूची में सारा अली खान का नाम शामिल करते हुए अचानक उनका महत्व काफी बढा दिया लेकिन उसके बाद सारा की फिल्म ‘लव आज कल’ (2020) बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी। इस तरह सारा को पहली नाकामी का सामना करना पड़ा।
उसी साल रिलीज ‘कुली नंबर 1’ (2020) में सारा अली खान ने एक बार फिर अपने किरदार से ग्लैमर का तड़का लगाया और बिगड़ी बात फिर से बन गई।
सारा, धनुष और अक्षय कुमार के साथ ‘अतरंगी रे’ (2021) और विक्की कौशल के साथ लक्ष्मण उतेकर की फिल्म ‘जरा हटके जरा बच के’ (2023) में स्क्रीन पर नजर आई। उनकी ये दोनों फिल्में हिट रहीं।
लेकिन उसके बाद विक्रांत मैसी और चित्रांगदा सिंह के साथ ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज सारा की फिल्म ‘गैसलाइट’ (2023) कुछ खास नहीं चली।
6 साल के करियर में आधा दर्जन से ज्यादा फिल्में कर चुकी सारा अली खान अपनी क्यूटनेस और चुलुबले अंदाज से स्क्रीन पर लोगों का दिल बड़ी आसानी के साथ जीत लेती हैं। उन्होंने स्क्रीन पर अब तक सिर्फ रोमांटिक किरदार ही निभाए हैं।
लेकिन 21 मार्च को प्राइम वीडियो पर रिलीज होने वाली फिल्म ‘ऐ वतन मेरे वतन’ में सारा अली खान पहली बार, 1942 में सीक्रेट रेडियो सर्विस के जरिए बॉम्बे के गोवालिया टैंक मैदान से शुरू हुए भारत छोड़ो आंदोलन में अहम भूमिका अदा करने वाली भारत की महिला स्वंतत्रता सेनानी उषा मेहता का किरदार निभाती हुई नजर आएंगी।
यह सारा के कैरियर का एक बिलकुल अलग तरह का किरदार होने वाला है। यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि हमेशा किरदारों के जरिये ग्लैमरस परोसने वाली सारा अली खान अपने इस करिदार में कितना दम दिखा पाती हैं।