जयपुर, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार को कहा कि यमुना जल समझौते से राजस्थान को उसके हक का पूरा पानी मिलेगा।
शर्मा ने शनिवार को नीमकाथाना जिले के खेतड़ी नगर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 1994 में यमुना जल समझौते के तहत राजस्थान को जितनी मात्रा में पानी देने का वादा किया गया था उतना पानी राज्य की जनता को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यमुना जल समझौते के संदर्भ में बीते दिनों हस्ताक्षर किए गए सहमति पत्र (एमओयू) में इसका स्पष्ट प्रावधान किया है।
आधिकारिक बयान के अनुसार, शर्मा ने कहा कि इस समझौते के तहत राजस्थान को उसके हक का पूरा पानी मिलेगा, जिसकी गारंटी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दी है।
इस समझौते के तहत सीकर, झुंझुनू और चूरू जिलों को पानी मिलना तय था, जिसकी 30 साल से लंबित मांग पूरी नहीं हो पा रही थी। अब प्रधानमंत्री के राजस्थान को उसके हिस्से का पूरा पानी मिलने का आश्वासन दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘अब राजस्थान सरकार ने हरियाणा और भारत सरकार के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं, जिसके तहत प्रदेश को 1917 क्यूसेक पानी यमुना नदी से मिल सकेगा।’
उन्होंने कहा इस समझौते में हरियाणा को भी पानी मिलने का प्रावधान रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समझौते की क्रियान्विति के लिए विस्तृत कार्ययोजना रिपोर्ट (डीपीआर) जल्द ही तैयार की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों की मांग पर खेतड़ी तथा नीमकाथाना क्षेत्र को भी यमुना जल समझौते से मिलने वाले पानी का समुचित हिस्सा खेतड़ी और नीमकाथाना क्षेत्र को देने का आश्वासन दिया।
शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार गरीबों और जरूरतमंदों के प्रति बेहद संवेदनशीलता से कार्य कर रही है और प्रदेश की जनता से किए गए एक-एक वादे को समयबद्ध रूप से पूरा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी गरीबों के दर्द को बखूबी जानते हैं और उन्होंने विभिन्न वर्गों, माता बहनों, बुजुर्गों, किसानों और मजदूरों के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। हमारी सरकार इन सभी योजनाओं को प्रदेश में सफलतापूर्वक लागू कर रही है।
शर्मा ने कहा कि देश और क्षेत्र की जनता ने हमारी सरकार पर जो विश्वास किया है, उस पर हम खरे उतरेंगे।