आरामबाग (पश्चिम बंगाल), प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को संदेशखालि में महिलाओं पर अत्याचार को लेकर पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि इस मुद्दे पर पूरा देश गुस्से में है।
मोदी ने संदेशखालि की घटनाओं पर चुप्पी साधने के लिए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की भी आलोचना की।
उन्होंने हुगली जिले के आरामबाग में एक रैली में कहा, “चोट का जवाब वोट से देना है।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “उपलब्धियों के बीच आज बंगाल की स्थिति पर पूरे देश की नजर है। मां, माटी और मानुष का ढोल पीटने वाली तृणमूल कांग्रेस ने संदेशखालि की बहनों के साथ जो किया, उसे देखकर पूरा देश दुखी और गुस्से में है। संदेशखालि की बहनों के साथ टीएमसी ने जो किया, वह शर्म की बात है।”
ममता बनर्जी सरकार के 2011 में सत्ता में आने के बाद से उनकी पार्टी का नारा “मां, माटी और मानुष” उसकी एक बड़ी पहचान बन गया है।
रैली स्थल के निकट स्थित समाज सुधारक राजा राम मोहन राय के जन्मस्थान खानाकुल का संदर्भ देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “राय की आत्मा, जहां भी होगी, बंगाल की स्थिति पर दुखी होगी और रो रही होगी”
मोदी ने कहा, “संदेशखालि के टीएमसी नेताओं ने लोगों के खिलाफ हिंसा की सारी हदें पार कर दीं। संदेशखालि की महिलाओं ने ममता से मदद मांगी। और उन्होंने क्या किया? इसके बजाय, उन्होंने उन नेताओं की सुरक्षा के लिए वह सब कुछ किया जो वह कर सकती थीं।”
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि यह भाजपा के नेतृत्व में निरंतर हुए विरोध प्रदर्शनों से बने दबाव का नतीजा था कि राज्य प्रशासन को “आखिरकार संदेशखालि के लोगों के सामने झुकना पड़ा और मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करना पड़ा जो लगभग दो महीने से फरार था”।
जाहिरा तौर पर मोदी अब निलंबित टीएमसी नेता शाहजहां शेख की गिरफ्तारी का जिक्र कर रहे थे, जिसे 55 दिनों तक पुलिस के शिंकजे से बचे रहने के बाद बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया गया था।
मोदी ने कहा, “कोई जरूर उां बचा रहा होगा।” उन्होंने रैली में मौजूद भीड़ से पूछा कि क्या लोग माफ करेंगे और राज्य में ऐसे राजनीतिक दल का समर्थन करते रहेंगे।
टीएमसी सरकार पर हर क्षेत्र में भ्रष्ट होने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि वह संदेशखालि में उपजे असंतोष के बावजूद “गांधी जी के तीन बंदरों की तरह है जो अपनी आंख, कान और मुंह बंद रखे हुए था”।
उन्होंने सवाल किया कि वामपंथी और कांग्रेस नेता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कठिन सवाल पूछने से क्यों कतराते हैं?
मोदी ने कहा, “ ‘इंडी’ गठबंधन के नेताओं के लिए, संदेशखालि में टीएमसी द्वारा प्रताड़ित लोगों के साथ खड़े होने के बजाय भ्रष्ट और तुष्टीकरण की राजनीति का समर्थन करना सर्वोपरि है।”
टीएमसी पर “आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे रहने” का उल्लेख करते हुए मोदी ने उन घोटालों का उल्लेख किया जिन्होंने हाल ही में प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती, नगर निकाय भर्ती और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के क्षेत्र में राज्य को हिलाकर रख दिया था।
उन्होंने घोषणा की, “यह मोदी की आपको गारंटी है कि जिन्होंने आपका पैसा लूटा है, उन्हें वहीं वापस जाना होगा जहां से वे आए थे।”
प्रधानमंत्री ने ममता बनर्जी सरकार पर कई केंद्रीय परियोजनाओं को राज्य में लागू होने से रोकने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “टीएमसी का अहंकार जल्द ही टूट जाएगा। उसे भरोसा है कि उसे एक खास समूह का समर्थन हासिल है, लेकिन मुस्लिम महिलाएं भी अब उन्हें बाहर कर देंगी।”
सुंदरबन के मुहाने पर स्थित संदेशखालि क्षेत्र टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उनके साथियों के खिलाफ यौन शोषण और भूमि हड़पने के आरोपों के कारण एक महीने से अधिक समय से हंगामे और प्रदर्शनों से जूझ रहा है।