बस्तो अर्सिज़ियो ,मौजूदा राष्ट्रीय चैंपियन लक्ष्य चाहर यहां चल रहे विश्व ओलंपिक मुक्केबाजी क्वालीफायर के पहले दौर में बाहर होने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं।
पुरुषों की 80 किग्रा स्पर्धा में अपनी चुनौती पेश कर रहे चाहर सोमवार को यहां ईरान के 2021 के एशियाई चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता गेश्लाघी मेसम से हार गए।
पहले राउंड में 2-3 से हारने के बाद चाहर ने दूसरे राउंड में 3-2 से जीत दर्ज करके वापसी की लेकिन तीसरे राउंड में वह यह प्रदर्शन बरकरार नहीं रख पाए।
मुकाबला खत्म होने में जब केवल 20 सेकंड का समय बचा था तब मेसम ने आक्रामक रवैया अपनाया और भारतीय मुक्केबाज को नॉकआउट कर दिया। इस तरह से भारत के अभी तक जो चार मुक्केबाज रिंग पर उतरे हैं, उन्हें पहले दौर में ही हार का सामना करना पड़ा।
विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता दीपक भोरिया (51 किग्रा), एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता नरेंदर बेरवाल (92 किग्रा से अधिक) और राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता जैस्मीन लाम्बोरिया (60 किग्रा) सभी पहले दौर से आगे नहीं बढ़ पाए।
विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता मोहम्मद हुसामुद्दीन और एशियाई चैंपियनशिप में छह बार के पदक विजेता शिव थापा सहित पांच भारतीय मुक्केबाज अभी भी यहां पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल करने की दौड़ में हैं। यहां सेमीफाइनल में पहुंचने पर ओलंपिक कोटा सुरक्षित हो जाएगा।
भारत ने अब तक पेरिस ओलंपिक के लिए मुक्केबाजी में चार कोटा हासिल किए हैं। ओलंपिक कोटा हासिल करने वाले मुक्केबाजों में निकहत ज़रीन (50 किग्रा), प्रीति पवार (54 किग्रा), परवीन हुडा (57 किग्रा) और लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा) शामिल हैं। इन सभी ने पिछले साल एशियाई खेलों में ओलंपिक कोटा हासिल किया था।
तोक्यो ओलंपिक में भारत के नौ मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया था।
जो मुक्केबाज यहां ओलंपिक कोटा हासिल नहीं कर पाएंगे उन्हें बैंकॉक में 23 मई से तीन जून तक होने वाले दूसरे विश्व ओलंपिक मुक्केबाजी क्वालीफायर में पेरिस का टिकट कटाने का मौका मिलेगा।