श्रीनगर, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बृहस्पतिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के पास मतदान ही एकमात्र शक्ति बची है क्योंकि भाजपा शासित केंद्र उनकी आवाज को दबाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।
मुफ्ती ने यहां से करीब 55 किलोमीटर दूर अनंतनाग जिले में संवाददाताओं से कहा, “हर तरह के अन्याय हो रहे हैं और जम्मू-कश्मीर को जेल में तब्दील कर दिया गया है। यहां के लोगों की आवाज को दबाने के लिए अमित शाह ने पीडीपी को तोड़ दिया। उन्होंने पीडीपी से विधायकों, मंत्रियों और सांसदों को छीन लिया ताकि वे पार्टी की आवाज दबा सकें।”
उन्होंने कहा, “अब कश्मीर के लोगों के पास सिर्फ उनका मताधिकार ही बचा है।”
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के “अवैध” निरस्तीकरण के बाद जम्मू-कश्मीर में कई दलों का गठन किया गया ताकि केंद्र अपने पसंदीदा नेताओं को संसद में भेज सके।
पीडीपी प्रमुख ने कहा, “अगर आप उसमें भी धांधली करना चाहते हैं तो यह अलग बात है। आप उन चहेते नेताओं को संसद में ले जाना चाहते हैं जिनकी पार्टियां 2019 के बाद बनी हैं। इसमें कोई क्या कर सकता है?”
उन्होंने कहा, “यह देश के लोगों के सोचने की बात है कि यहां के लोगों को वोट की ताकत पर भरोसा करने में बहुत समय लगा था। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लाल किले से घोषणा करनी पड़ी थी कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होंगे।”