नयी दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को यहां रामलीला मैदान में विपक्षी ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) गठबंधन की रैली की आलोचना करते हुए कहा कि यह ‘‘लोकतंत्र बचाओ’’ नहीं, बल्कि ‘‘परिवार बचाओ’’ और ‘‘भ्रष्टाचार छुपाओ’’ रैली है।
विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध के लिए भ्रष्टाचार की जांच में उन्हें फंसाने के आरोप लगाए हैं।
इन आरोपों के बीच भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) समेत कई नेताओं के भ्रष्टाचार के मामलों का उल्लेख करते हुए कहा कि ये सभी आरोप 2014 से पहले के हैं।
त्रिवेदी ने कहा कि कभी अन्ना हजारे के नेतृत्व में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन (इंडिया अगेन्स्ट करप्शन) की मेजबानी करने वाला रामलीला मैदान रविवार को एक रैली में सभी भ्रष्टाचारियों को एक साथ देखेगा।
उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) के अन्य विपक्षी दलों के साथ आने के संदर्भ में कहा कि जिन लोगों ने कई नेताओं को चोर और बदमाश बताकर कुचल दिया था, उन्होंने उनसे हाथ मिला लिया है और यह अजीब व चौंकाने वाला दृश्य है।
उन्होंने कहा कि उनके नेता अब लालू प्रसाद यादव हैं जो भ्रष्टाचार के कई मामलों में दोषी हैं।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि वे सभी अपने पुराने पापों को छिपाने के लिए यहां आए हैं और यह गौर करने वाली बात है कि उन्होंने राम मंदिर के निर्माण का विरोध किया था तथा उनमें से कुछ ने हिंदुत्व को मिटाने का आह्वान किया था।
त्रिवेदी ने कहा कि ये दल भारतीय राजनीति में विश्वसनीयता के संकट को दर्शाते हैं जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा विश्वसनीयता की राजनीति और अपने वादों को पूरा करने के पिछले रिकॉर्ड का प्रतीक है।
उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे लोकतंत्र को बचाने के लिए एक साथ आने का दावा करते हैं लेकिन वे खुद वंशवादी दल हैं जिन्होंने कभी दूसरों को सिर उठाने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि लोग चुनावों में उन्हें करारा जवाब देंगे।