श्रीनगर,पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को देश के लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) जैसे कानूनों का जवाब देने के लिए समझदारी से अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें और गुस्से में आकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जाल में न फंसें।
यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मुफ्ती ने दावा किया कि भाजपा ने अपनी ‘विफलताओं’ पर से ‘ध्यान भटकाने’ के लिए सीएए लागू किया है।
मुफ्ती ने कहा, ‘पिछले 10 वर्षों में बेरोजगारी, युवाओं द्वारा आत्महत्या, किसानों की दुर्दशा, कीमतों में वृद्धि जैसे विभिन्न मोर्चों और वे मुद्दे जो देश को आगे ले जाने की बजाय एक हजार वर्ष पीछे ले गये हैं, उनपर अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाकर हिंदू-मुस्लिम झड़पें कराने और लोगों को सड़कों पर आने के लिए मजबूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं।’
उन्होंने भाजपा पर देश में सांप्रदायिक झड़पें शुरू करने के लिए हर हथकंडा अपनाने का आरोप लगाया।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘उन्होंने मस्जिदों को ढहा दिया, हर मस्जिद में मूर्तियां तलाशी, मदरसों व रेट होल माइनर जैसे लोगों के घरों को तोड़ दिया। वे (भाजपा) नमाजियों का अपमान कर रहे हैं, उन्हें लात मार रहे हैं। उन्होंने हर चाल अपनाने की कोशिश की।’
मुफ्ती ने कहा कि जब उन्होंने (भाजपा) देखा कि मुसलमान अभी भी सड़कों पर नहीं आ रहे हैं, जिससे सांप्रदायिक झड़पें भड़कें तो उन्होंने अपनी आखिरी चाल (सीएए) का इस्तेमाल किया।
उन्होंने देश के लोगों, विशेषकर मुसलमानों से शांत रहने और भाजपा के जाल में न फंसने की अपील की।
मुफ्ती ने कहा, ‘शाहीन बाग में विरोध (दिल्ली में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन) शांतिपूर्ण था लेकिन कई युवा आज भी बिना जमानत के जेलों में बंद हैं। मैं अपने सभी हिंदू भाइयों और विशेष रूप से मुसलमानों से अपील करती हूं कि वे उनके (भाजपा) जाल में न फंसें। सड़कों पर निकलने की कोई जरूरत नहीं है।’
उन्होंने कहा कि अब वोट के माध्यम से जवाब देने का समय आ गया है। मुफ्ती ने आरोप लगाया कि सीएए सिर्फ और सिर्फ मुसलमानों को निशाना बनाने वाला कानून है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘इस देश की खूबसूरती इसके लोकतंत्र में है, जिसे वे खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं और इसका संविधान, जिसे वे नष्ट करने की कोशिश में जुटे हैं। आप धर्म के नाम पर कानून नहीं बना सकते। सीएए मुसलमानों को निशाना बनाने के लिए बनाया गया कानून है।’
मुफ्ती ने कहा, ‘मैं लोगों से, खासकर मुसलमानों से अपील करती हूं कि वे इस जाल में न फंसें और समझदारी से अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें और इससे निपटने के लिए कानूनी लड़ाई की जरूरत है। गुस्से में आकर काम न करें।’