नयी दिल्ली, स्विट्जरलैंड की सरकार ने रविवार को कहा कि नयी दिल्ली और चार देशों के यूरोपीय समूह ‘ईएफटीए’ के बीच एक अहम व्यापार समझौता न केवल भारत में स्विट्जरलैंड के व्यवसायों के लिए व्यापक बाजार पहुंच उपलब्ध कराएगा, बल्कि यह उनके लिए अन्य सुविधाओं में सुधार का मार्ग प्रशस्त करेगा।
भारत और चार देशों के यूरोपीय समूह ‘ईएफटीए’ ने निवेश और वस्तुओं एवं सेवाओं के दोतरफा व्यापार को बढ़ावा देने के लिए आज एक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए। एफटीए के तहत ईएफटीए ने अगले 15 साल में भारत में 100 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है।
समझौता होने के कुछ घंटे बाद, स्विट्जरलैंड ने कहा कि व्यापार और आर्थिक साझेदारी समझौते (टीईपीए) के लिए संसदीय अनुमोदन की प्रक्रिया तत्काल शुरू की जाएगी।
स्विट्जरलैंड की सरकार ने एक बयान में कहा, ‘‘16 साल की बातचीत के बाद ईएफटीए और भारत के बीच समझौते पर हस्ताक्षर स्विस व्यापार नीति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।’’
वहीं, नॉर्वे ने कहा कि वह समझौते के तहत भारत से लगभग 98 प्रतिशत आयात पर सीमा शुल्क समाप्त कर देगा।
यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के सदस्य देशों में आइसलैंड, लीशटेंस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड शामिल हैं।
भारत और ईएफटीए आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए जनवरी, 2008 से आधिकारिक तौर पर व्यापार और आर्थिक साझेदारी समझौता (टीईपीए) पर बातचीत कर रहे थे।