वनडे-टी20 में ‘स्टॉप क्लॉक’ नियम स्थायी करेगा आईसीसी, टी20 विश्व कप सेमी और फाइनल के लिए ‘रिजर्व डे’

दुबई सफेद गेंद के क्रिकेट में समय बर्बाद करने की चाल पर लगाम कसते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने शुक्रवार को घोषणा की कि इस साल टी20 विश्व कप से ‘स्टॉप क्लॉक’ नियम स्थायी हो जायेगा।

इस नियम के अंतर्गत टीम को पेनल्टी रन से बचने के लिए पिछले ओवर के 60 सेकेंड के अंदर नया ओवर शुरू करना होता है।

यह नियम अभी प्रयोग पर चल रहा है। आईसीसी ने ‘स्टॉप क्लॉक’ नियम दिसंबर 2023 में शुरू किया था और अभी इसे इस्तेमाल किया जा रहा है जिसे एक जून 2024 से अमेरिका और वेस्टइंडीज में शुरू होने वाले टी20 विश्व कप से स्थायी कर दिया जायेगा।

इसके लिए मैदान पर लगी एक ‘इलेक्ट्रोनिक’ घड़ी 60 से लेकर शून्य तक उलटी गिनती करेगी और तीसरा अंपायर घड़ी शुरू करने का समय तय कर सकता है।

क्षेत्ररक्षण करने वाली टीम के ऐसा नहीं करने पर उसे दो चेतावनी दी जायेंगी और इसके बाद के उल्लघंन के लिए प्रत्येक घटना के लिए पांच रन का जुर्माना लगाया जायेगा।

आईसीसी ने अपनी सालाना बोर्ड बैठक के बाद एक बयान में कहा, ‘‘‘स्टॉप क्लॉक’ नियम जून 2024 से वेस्टइंडीज और अमेरिका में आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप 2024 के साथ सभी वनडे और टी20 अंतरराष्ट्रीय में स्थायी हो जायेगा। ’’

बयान के अनुसार, ‘‘ट्रायल अप्रैल 2024 तक किया जाना था लेकिन इस ट्रायल के नतीजे साफ दिखायी दे रहे हैं जैसे मैच समय पर खत्म हो रहे हैं जिससे प्रत्येक वनडे मैच में करीबन 20 मिनट बच रहे हैं। ’’

आईसीसी ने हालांकि नियम में कुछ अपवाद भी शामिल किये और ऐसी स्थितियों में शुरू हुई घड़ी को रद्द कर दिया जायेगा।

आईसीसी ने कहा, ‘‘अगर नया बल्लेबाज ओवरों के बीच में क्रीज पर आता है, आधिकारिक ‘ड्रिंक्स ब्रेक’ तथा किसी बल्लेबाज या क्षेत्ररक्षक के चोटिल होने की स्थिति में मैदान पर उपचार किया जाना शामिल है। अगर क्षेत्ररक्षण करने वाली टीम के नियंत्रण से बाहर की परिस्थितियों के कारण समय खराब हुआ हो। इस नियम को तब भी लागू नहीं किया जायेगा। ’’

क्षेत्ररक्षण करने वाली टीम अकसर मैच की गति को धीमा करने की कोशिश करती हैं ताकि उन्हें रणनीति बनाने के लिए और अधिक समय मिल सके तथा टीम प्रत्येक गेंद के बाद क्षेत्ररक्षण में भी बदलाव करती हैं। अभी तक टीम और कप्तान पर ही वित्तीय रूप से जुर्माना जा सकता था लेकिन यह इसे रोकने में कारगर साबित नहीं हुआ।

आईसीसी की बैठक में टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल (27 जून) और फाइनल (29 जून) के लिए ‘रिजर्व’ (सुरक्षित) दिन को भी मंजूरी दी गयी।

लीग या सुपर आठ चरण के दौरान पूर्ण मैच के लिए दूसरी पारी में बल्लेबाजी कर रही टीम को कम से कम पांच ओवर डालने जरूरी होंगे।

पर ‘नॉकआउट’ मैच में पूर्ण मैच के लिए दूसरी पारी में 10 ओवर डालने की जरूरत होगी।

वैश्विक संचालन संस्था ने भारत और श्रीलंका की सह मेजबानी में होने वाले टी20 विश्व कप 2026 के लिए क्वालीफिकेशन प्रक्रिया को भी मंजूरी दी। टूर्नामेंट में 20 टीम हिस्सा लेंगे जिसमें से 12 स्वत: क्वालीफाई करेंगी।

2024 विश्व कप में शीर्ष आठ टीम भारत और श्रीलंका के साथ स्वत: क्वालीफाई करेंगी जबकि बचे हुए दो स्थान 30 जून 2024 तक आईसीसी टी20 अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में अगली सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग टीम को मिलेंगे।

इसके बाद बचे आठ स्थान आईसीसी क्षेत्रीय क्वालीफायर के जरिये तय होंगे।