उच्च न्यायालय ने विदेशी छात्रों पर हमले का संज्ञान लेने से मना किया, कहा-हमें जांच एजेंसी नहीं बनाएं

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अहमदाबाद, गुजरात उच्च न्यायालय ने अहमदाबाद में एक विश्वविद्यालय के छात्रावास में विदेशी छात्रों पर हुए हमले से संबंधित मामले का जिक्र करते हुए सोमवार को कहा कि उसे जांच एजेंसी नहीं बनाया जाए और हर घटना ऐसी नहीं होती, जिसमें जनहित याचिका दायर की जाए।

मुख्य न्यायाधीश सुनीता अग्रवाल और न्यायमूर्ति अनिरुद्ध पी. मायी ने घटना का स्वत: संज्ञान लेने से इनकार करते हुए कहा कि पुलिस मामले की जांच करेगी।

एक वकील ने मामले को स्वत: जनहित याचिका के तौर पर स्वीकार करने का अनुरोध किया, जिसके बाद अदालत ने ये टिप्पणियां कीं।

मुख्य न्यायाधीश अग्रवाल ने कहा, “हमारा प्रयास है कि न्याय हो, लेकिन हमें जांच एजेंसी न बनाया जाए। हम यह नहीं करते। हम अब भी खुद को याद दिलाना चाहते हैं कि हम संवैधानिक अदालतें हैं। अगर ऐसा कोई मामला आता है, तो हम निश्चित तौर पर संज्ञान लेंगे, लेकिन ये उनमें से नहीं है।”

उन्होंने कहा कि शहर की हर घटना ऐसी नहीं होती, जिसमें जनहित याचिका दायर की जाए।

न्यायमूर्ति अग्रवाल ने कहा, “इस अदालत को पुलिस निरीक्षकों का विकल्प नहीं बनाएं। हमें पुलिस निरीक्षक न बनाएं। हम जांच अधिकारी नहीं हैं।”

जब वकील के. आर. कोश्ती ने कहा कि पुलिस ने प्राथमिकी में सभी संबंधित धाराओं को शामिल नहीं किया है, तो अदालत ने उन्हें कानूनी उपाय अपनाने की सलाह दी।

इस बीच, पुलिस ने विदेशी छात्रों पर हमले के मामले में सोमवार को तीन और लोगों को गिरफ्तार किया। अपराध शाखा ने यह जानकारी दी।

एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि शहर की अपराध शाखा ने रविवार को दो व्यक्तियों हितेश मेवाड़ा और भरत पटेल को पकड़कर कानूनी प्रक्रिया के लिए गुजरात विश्वविद्यालय पुलिस स्टेशन को सौंप दिया था।

सोमवार को अपराध शाखा ने अहमदाबाद के रहने वाले तीन और लोगों क्षितिज पांडे (22), जितेंद्र पटेल (31) और साहिल दुधातिया (21) को गिरफ्तार करके स्थानीय पुलिस को सौंप दिया, जिसके बाद गिरफ्तार आरोपियों की कुल संख्या बढ़कर पांच हो गई है।



पुलिस के अनुसार, शनिवार रात लगभग दो दर्जन लोग अहमदाबाद में सरकार द्वारा संचालित गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास में कथित तौर पर घुसे और विदेशी छात्रों के नमाज अदा करने पर आपत्ति जताई।

पुलिस ने बताया था कि ए-ब्लॉक छात्रावास में विदेशी छात्रों के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद श्रीलंका और ताजिकिस्तान के दो छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

पुलिस ने बताया कि 20-25 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और घटना की जांच के लिए नौ टीम गठित की गई हैं।

पुलिस ने कहा कि घटना के सिलसिले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।