चंडीगढ़, हरियाणा में नायब सिंह सैनी सरकार मंगलवार यानि आज अपना पहला मंत्रिमंडल विस्तार करेगी और सूत्रों का कहना है कि इसमें छह से सात विधायकों को शामिल किया जा सकता है।
हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफा देने के बाद 12 मार्च को भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष नायब सिंह सैनी ने नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। सैनी के साथ भाजपा के चार और एक निर्दलीय विधायक ने मंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि पूर्व गृह मंत्री और अंबाला छावनी से छह बार के विधायक अनिज विज को नयी कैबिनेट में जगह नहीं मिली थी।
मंत्रिमंडल के विस्तार के बारे पूछे जाने पर पूर्व मंत्री विज ने कहा “मुझे कोई जानकारी नहीं है।’’ साथ ही उन्होंने दोहराया कि वह परेशान नहीं हैं।
सुबह मुख्यमंत्री सैनी ने पंचकुला के नाडा साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेकने के बाद पत्रकारों से बातचीत की, जहां उन्होंने कहा कि विज ‘‘हमारे सम्मानित नेता हैं और हमें उनसे नियमित रूप से मार्गदर्शन मिलता रहा है।’’
हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता और अंबाला लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार बंतो कटारिया के साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मंगलवार को करनाल का दौरा करेंगे, जहां भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा हरियाणा में लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी के अभियान की शुरुआत करेंगे।
नड्डा के कार्यक्रम के बारे में भी विज ने कहा कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
हरियाणा के छह बार विधायक रह चुके अनिल विज भाजपा विधायक दल की उस बैठक से नाराज होकर चले गए थे, जिसमें सैनी को सर्वसम्मति से हरियाणा का मुख्यमंत्री नामित किया गया था।
मनोहर लाल खट्टर सरकार में गृह विभाग संभालने वाले विज का अक्सर मुख्यमंत्री के साथ विवाद होता रहता था। पहले कहा गया था कि वह भाजपा द्वारा अपनी अनदेखी किए जाने से नाराज़ थे।
सूत्रों के मुताबिक, जिन लोगों को सैनी सरकार में शामिल किया जा सकता है, उनमें हिसार से विधायक कमल गुप्ता भी शामिल हैं, जो खट्टर मंत्रिमंडल में भी मंत्री थे। अन्य में अभे सिंह यादव, सीमा त्रिखा, सुभाष सुधा और बिशम्बर सिंह वाल्मीकी शामिल हैं।
हरियाणा मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 14 मंत्री हो सकते हैं। वर्तमान में हरियाणा मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री के अलावा पांच मंत्री हैं, जिनमें से चार भाजपा से और एक निर्दलीय हैं।
पिछले हफ्ते भाजपा ने एक आश्चर्यजनक कदम उठाया और लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले मनोहर लाल खट्टर को हटा कर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से आने वाले नेता नायब सिंह सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री बना दिया था।
सैनी भाजपा की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष हैं। उन्होंने एक सप्ताह पहले मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के कुछ घंटे बाद पांच मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। सैनी सरकार ने पिछले बुधवार को राज्य विधानसभा के विशेष सत्र में विश्वास मत हासिल किया था।