निर्वाचन आयोग कर्नाटक में प्रलोभन-मुक्त लोकसभा चुनाव कराने पर ध्यान केंद्रित करेगा : शीर्ष अधिकारी

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बेंगलुरु, कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार मीणा ने बुधवार को कहा कि राज्य में “प्रलोभन-मुक्त” लोकसभा चुनाव कराने और “स्टार प्रचारकों” पर कड़ी निगरानी रखने तथा पूरी प्रक्रिया में समान अवसर सुनिश्चित करने पर जोर दिया जा रहा है।

उन्होंने पीटीआई-भाषा के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि दक्षिणी राज्यों को चुनाव प्रक्रिया में बाहुबल से कहीं अधिक प्रलोभन के मुद्दे का सामना करना पड़ता है।

उन्होंने कहा, “हमारा ध्यान प्रलोभन-मुक्त और निष्पक्ष चुनाव कराने पर है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए अधिक प्रयास और टीम लगाएंगे कि चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण हों।”

उन्होंने कहा “हमारे पास केंद्र और राज्य सरकार की लगभग 14 प्रवर्तन एजेंसी हैं जो हर चीज पर नजर रखेंगी। हमने छह महीने पहले आयकर, प्रवर्तन निदेशालय, सीमा शुल्क, राजस्व खुफिया निदेशक, स्वापक नियंत्रण ब्यूरो, उत्पाद शुल्क… के साथ इसकी शुरुआत की थी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसके तहत इस बात पर नज़र रखी जा रही है कि पैसा, मादक पदार्थ, शराब कहां दी जा रही है… इसके सरगना कौन हैं और इसे कहां रखा जा रहा है। हम उनकी (राजनीतिक दलों) निगरानी कर रहे हैं।’

मीणा ने यह भी कहा कि पिछले महीने से ही निर्वाचन आयोग (ईसी) के अधिकारियों ने सभी 172 अंतरराज्यीय पुलिस और लगभग 60 उत्पाद शुल्क जांच चौकियों पर सतर्कता बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि वहां से गुजरने वाले सभी वाहनों की व्यापक जांच की जा रही है तथा इस बात पर नजर रखी जा रही है कि पड़ोसी राज्यों से नकदी, मादक पदार्थ या शराब तो नहीं आ रही है।

मीणा ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि सबको समान अवसर मिले। सत्ता में रहने वाली पार्टी को चुनाव प्रचार के दौरान लाभ नहीं उठाना चाहिए… चाहे वह राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार। सत्ता में होने को लाभ के रुप में नही लेना चाहिए। यदि वे आदर्श आचार संहिता का पालन नहीं करते हैं तो हम मौजूदा कानूनों के अनुसार उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।”