नयी दिल्ली, जमीन-जायदाद के विकास से जुड़ी कंपनियों ने कहा है कि दिल्ली से गुरुग्राम के बीच द्वारका एक्सप्रेस-वे का एक हिस्सा शुरू होने से इससे दोनों शहरों के बीच का सफर सुगम होने के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में रियल एस्टेट क्षेत्र में गतिविधियां तेज होंगी और घरेलू तथा विदेशी निवेश आकर्षित होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को द्वारका एक्सप्रेस-वे के हरियाणा खंड का उद्घाटन किया। इससे यातायात प्रवाह बेहतर बनेगा और राष्ट्रीय राजमार्ग-48 पर दिल्ली तथा गुरुग्राम के बीच यातायात सुगम होगा।
द्वारका एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 29 किलोमीटर है, जिसमें से 18.9 किमी का हिस्सा हरियाणा में पड़ता है, जबकि शेष 10.1 किमी दिल्ली में है।
रियल एस्टेट कंपनियों का शीर्ष निकाय नारेडको (नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (नारेडको) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी हरि बाबू ने कहा, “यह ऐतिहासिक परियोजना बेहतर संपर्क के साथ इस क्षेत्र में समावेशी विकास को बढ़ावा देगी और आर्थिक गतिविधियां तेज करने के साथ रियल एस्टेट क्षेत्र में घरेलू और विदेशी निवेश को आकर्षित करेगी।”
अंसल हाउसिंग के निदेशक और क्रेडाई हरियाणा के अध्यक्ष कुशाग्र अंसल ने कहा, ‘‘द्वारका एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन क्षेत्र के रियल एस्टेट सेक्टर के विकास और संभावनाओं के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। इसमें आवासीय और वाणिज्यिक रियल्टी विकास को बढ़ावा देने की हरियाणा सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के साथ, द्वारका एक्सप्रेस-वे में एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के सबसे बड़े रियल एस्टेट केंद्रों में से एक के रूप में उभरने की सभी संभावनाएं हैं।
नारेडको की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष प्रवीण जैन ने कहा है कि द्वारका एक्सप्रेस-वे बुनियादी ढांचे के विकास में एक मील का पत्थर है। यह परियोजना बेहतर संपर्क के अलावा गुरुग्राम जिले में प्रस्तावित ग्लोबल सिटी के साथ, रियल एस्टेट विकास के लिए नए रास्ते खोलती है।
बीपीटीपी ग्रुप के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रोहित मोहन ने कहा, ‘‘द्वारका एक्सप्रेस-वे दिल्ली और गुरुग्राम के बीच यात्रा के समय को काफी कम करके रियल एस्टेट क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए तैयार है। आवासीय और वाणिज्यिक, दोनों संपत्तियों की बढ़ती मांग के कारण संपत्ति की कीमतें बढ़ रही हैं, जिससे यह एक आकर्षक निवेश का अवसर दे रहा है।’’
एमआरजी समूह के प्रबंध निदेशक रजत गोयल ने कहा कि द्वारका एक्सप्रेस-वे ने क्षेत्र में रियल एस्टेट के विकास को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे यह रहने और निवेश करने, दोनों उद्देश्यों के लिए एक महत्वपूर्ण गंतव्य बन गया है।
आठ लेन वाले द्वारका एक्सप्रेस-वे का निर्माण 9,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जा रहा है। यह रष्ट्रीय राजधानी में भीड़भाड़ कम करने के लिए एनसीआर में राजमार्ग विकास के लिए केंद्र की 60,000 करोड़ रुपये की योजना का हिस्सा है।