नयी दिल्ली दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मंगलवार कहा कि दिल्ली सरकार प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रही है और परिणाम जल्द ही दिखायी देंगे।
राय ने यह बात एक रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद कही, जिसमें दिल्ली की पहचान सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाली राजधानी के रूप में की गई है।
स्विट्जरलैंड के संगठन ‘आईक्यूएयर’ की विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट- 2023 के अनुसार, पीएम 2.5 के 54.4 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर औसत वार्षिक स्तर के साथ, भारत 2023 में बांग्लादेश (79.9 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर) और पाकिस्तान (73.7 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर) के बाद 134 देशों में से तीसरी सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाला देश रहा।
वर्ष 2022 में, भारत को पीएम 2.5 के 53.3 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के औसत स्तर के साथ आठवें सबसे प्रदूषित देश के रूप में स्थान दिया गया था।
राय ने कहा, ‘‘मैंने रिपोर्ट का विवरण नहीं देखा है और मुझे नहीं पता कि इसमें किस समयावधि को शामिल किया गया है। 2014 के बाद से, पीएम10 और पीएम2.5 के स्तर का विश्लेषण किया गया है और उनमें लगातार गिरावट देखी गई है। 2022 में, औसत पीएम10 223 था और 2023 में यह घटकर 219 हो गया। पीएम2.5 का स्तर 2022 में 103 से बढ़कर 2023 में 106 हो गया।’’
उन्होंने कहा, ‘हम विभिन्न योजनाओं पर काम कर रहे हैं और परिणाम दिखेंगे।’
रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली का पीएम 2.5 स्तर 2022 में 89.1 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से बिगड़कर 2023 में 92.7 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर हो गया।
राष्ट्रीय राजधानी को 2018 से लगातार चार बार दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी का दर्जा दिया गया है।