नागपुर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों की इस सप्ताह नागपुर में शुरू होने वाली एक महत्वपूर्ण बैठक में देश में व्याप्त विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा और राम मंदिर पर एक प्रस्ताव पारित किया जाएगा। संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आम्बेकर ने बुधवार को इसकी जानकारी दी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा 15 से 17 मार्च के बीच यहां रेशिम बाग में स्थित ‘स्मृति भवन’ परिसर में आयोजित की जाएगी। बैठक में संघ से जुड़े संगठनों के कुल 1,529 प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद है।
आम्बेकर ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सम्मेलन छह साल बाद नागपुर में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संघ 2025 में अपनी स्थापना के 100 साल पूरे करेगा।
आम्बेकर ने कहा कि तीन दिवसीय बैठक के दौरान, भगवान राम मंदिर में हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद बने ‘‘सकारात्मक माहौल’’ को कैसे आगे बढ़ाया जा सकता है, इस पर एक प्रस्ताव पारित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बैठक में देश में मौजूदा हालात और संघ द्वारा किये जाने वाले सामाजिक कार्यों पर चर्चा की जायेगी।
उन्होंने कहा कि संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल के सदस्यों और उसके सर कार्यवाह का निर्वाचन बैठक के दौरान होगा।
आम्बेकर ने कहा कि 2023-24 में संघ द्वारा किए गए सभी कार्यों और ‘सेवा कार्यों’ की समीक्षा की जाएगी और 2024-25 के लिए उनकी योजना पर चर्चा होगी, जिसमें ‘शाखाओं’ की संख्या को वर्तमान की 68,000 से बढ़ा कर अगले साल होने वाले शताब्दी समारोहों से पहले एक लाख तक ले जाना भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा भी इस प्रतिनिधि सभा में शामिल होंगे।