टीवी स्टार रूपाली गांगुली को स्टारप्लस के सीरियल ‘अनुपमा’ में अनुपमा शाह के किरदार से जाना जाता है। वर्ष 2020 से लगातार वह इस सीरियल के टाइटल रोल में नजर आ रही हैं।
सीरियल ‘अनुपमा’ रूपाली के लिए माइल स्टोन साबित हुआ है। इसने न केवल उन्हें घर-घर में पहचान दिलाई बल्कि इसकी वजह से वह टीवी इंडस्ट्री की टॉप एक्ट्रेसेस में से एक बन चुकी हैं। आज रूपाली को उनके असली नाम के बजाए अनुपमा के नाम से ही जाना जाता है।
हाल ही में ‘अनुपमा’ एक्ट्रेस रूपाली गांगुली ने तीसरी बार दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड नाइट में बेस्ट एक्ट्रेस की ट्रॉफी को अपने नाम करते हुए, हैट्रिक पूरी की । वह तीन साल से निरंतर यह ट्रॉफी जीत रही हैं।
रूपाली गांगुली, ‘कोरा कागज’ ‘साहेब’ और ‘तपस्या’ जैसी शानदार फिल्में बनाने वाले प्रसिद्ध फिल्म निर्माता अनिल गांगुली की बेटी हैं। रूपाली के भाई विजय गांगुली बॉलीवुड के जाने माने कोरियोग्राफर हैं।
रुपाली ने 7 साल की उम्र में अपनी पढाई के साथ साथ बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट एक्टिंग की शुरुआत करते हुए ‘बलिदान’ ‘साहेब’, ‘मेरा यार मेरा दुश्मन’, ‘दो आंखें 12 हाथ’ और ‘अंगारा’ जैसी फिल्मो में काम किया।
पढाई खत्म करने के बाद रूपाली ने थिएटर से जड़ते हुए पृथ्वी थिएटर के लिए पहला नाटक ‘आत्मकथा’ किया। इसका निर्माण दिनेश ठाकुर ने किया था।
2000 में रुपाली ने टीवी शो ‘सुकन्या’ के जरिए टीवी इंडस्ट्री में कदम रखा। कॉमेडी शो ‘साराभाई वर्सेज साराभाई’ में रूपाली ने मोनिशा साराभाई का किरदार निभाया।
उसके बाद वह ‘दिल है कि मानता नहीं’, ‘जिंदगी…तेरी मेरी कहानी’, ‘संजीवनी’, ‘भाभी’ और ‘कहानी घर-घर की’ ‘बा बहू और बेबी’ और कुछ खट्टी कुछ मीठी’ जैसे अनेक शो में नजर आईं। स्टार प्लस के मेडिकल ड्रामा शो ‘संजीवनी’ (2000) में रूपाली की नकारात्मक भूमिका थी।
रूपाली व्दारा अभिनीत शो ‘परवरिश’ (2011), फैंस को काफी पसंद आया। इसके बाद रुपाली ने 2013 में एक शो ‘बाईस्कोप’ होस्ट किया। उसके बाद एक लंबे समय तक वह टीवी से दूर रहने के बाद 2020 में उन्होंने स्टार प्लस के शो ‘अनुपमा’ से वापसी की।
खबर आ रही है कि ‘अनुपमा’ की वजह से रुपाली के हाथ कुछ बड़े टीवी एड और शो लग चुके हैं। रेमो डिसूजा ने उन्हें एक रियलिटी शो के लिए चुना है।