विभाकर शास्त्री भाजपा में हुए शामिल, कांग्रेस से इस्तीफा दिया

लखनऊ/नयी दिल्ली  पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते विभाकर शास्त्री बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गये। इसी के साथ उन्होंने कांग्रेस छोड़ने की घोषणा की।

शास्त्री भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपिंदर सिंह और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में लखनऊ में भाजपा में शामिल हुए।



विभाकर शास्त्री ने इससे पहले कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की घोषणा की।

उन्होंने सोशल मीडिया मंच पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को संबोधित पोस्ट में अपने त्यागपत्र की घोषणा की।

विभाकर शास्त्री ने कहा, ‘‘सम्मानीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी, मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।’’ वह कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव रहे हैं।विभाकर शास्त्री पूर्व प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते और हरि कृष्ण शास्त्री के बेटे हैं। उन्होंने पूर्व में उत्तर प्रदेश की फतेहपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन असफल रहे थे।

पिछले कुछ वर्षों में कई बड़े नेताओं ने कांग्रेस का दामन छोड़ा है जिनमें अशोक चव्हाण, मिलिंद देवड़ा, बाबा सिद्दीकी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, प्रियंका चतुर्वेदी, सुष्मिता देव, आरपीएन सिंह, जयवीर शेरगिल शामिल हैं।

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि शास्त्री का भाजपा में आना सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए एक स्वागत योग्य संदेश है।

उन्होंने कहा कि चूंकि वह पूर्व प्रधानमंत्री के परिवार से हैं, इसलिए यह स्वाभाविक है कि पार्टी को इस फैसले से फायदा होगा।

शास्त्री के एक अन्य रिश्तेदार सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इस फैसले का स्वागत किया। सिद्धार्थ नाथ सिंह वर्तमान में इलाहाबाद पश्चिम सीट से भाजपा के विधायक हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार की मार्गदर्शक भावना ‘सबका साथ सबका विकास’ हर किसी को आकर्षित कर रही है।