केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने देश में स्वास्थ्य सुविधाओं में ‘महत्वपूर्ण विकास’ की सराहना की

Mansukh-Mandaviya

नयी दिल्ली,  केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने देश में चिकित्सा शिक्षा के विस्तार और सुधार की सराहना करते हुए शनिवार को कहा कि देश के विभिन्न अस्पताल चिकित्सा क्षेत्र के मंदिर हैं और उनकी सेवा करना चिकित्सकों की जिम्मेदारी है।

मांडविया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आयुष्मान भारत के दृष्टिकोण को भी दोहराया, जहां स्वास्थ्य सुविधाएं सस्ती, सुलभ और प्रत्येक नागरिक के लिए उपलब्ध हो जाएं और सभी को समान गुणवत्ता मानकों के साथ स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देश में स्वास्थ्य सुविधाओं में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जैसे कि 16 नए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की शुरुआत शामिल हैं जो गरीबों को मुफ्त इलाज प्रदान करते हैं और साथ ही 1,60,00 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की स्थापना भी करते हैं जो निवारक और समग्र दृष्टिकोण अपनाते हैं। इसमें निवारक स्क्रीनिंग, जीवनशैली शिक्षा और कल्याण से जुड़े पहलू भी शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे का विस्तार करते हुए भारत यह सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल माध्यम का लाभ उठाता है कि स्वास्थ्य सेवाएं अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों तक पहुंचें, जिससे ई-संजीवनी और टेली-मानस जैसे माध्यमों के जरिए चिकित्सकों तक कनेक्टिविटी स्थापित कर मरीजों को परामर्श प्रदान किया जा सके, जिससे मरीजों का समय और पैसा बचाया जा सके।

मांडविया ने एम्स-जोधपुर के चौथे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यदि सभी प्रमुख बीमारियों में ‘क्रिटिकल केयर सेवा’ समय पर उपलब्ध हो तो आपातकालीन स्थितियों में कई लोगों की जान बचाई जा सकती है।

उन्होंने चिकित्सकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ हमारे अस्पताल चिकित्सा क्षेत्र के मंदिर हैं और एक चिकित्सक के रूप में उनकी सेवा करना आपकी जिम्मेदारी है। ’’

मांडविया ने सिकल सेल उन्मूलन कार्यक्रम, टीबी मुक्त भारत अभियान जैसी पहलों पर जोर दिया, जिसमें देश के बड़ी संख्या में टीबी रोगियों को नि-क्षय मित्रों द्वारा अपनाया जा रहा है, जिन्हें आयुष्मान भारत के लक्ष्य के साथ जोड़ा गया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने एम्स-बिलासपुर, ऋषिकेश, गोरखपुर, नागपुर, भुवनेश्वर, देवघर में 24 स्वास्थ्य बुनियादी सुविधाओं का उद्घाटन किया और एम्स जोधपुर के लिए 68 स्वास्थ्य सेवाओं की आधारशिला भी रखी।

इस अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खिमसर भी मौजूद रहे।