मियामी, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सबसे बड़े बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर के फ्लोरिडा स्थित आवास पर भेजे गए एक पत्र में सफेद पाउडर जैसा पदार्थ मिलने के बाद सोमवार को आपातकर्मी तुरंत हरकत में आ गए।
इस मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने बताया, अभी इस बारे में पता नहीं चल पाया है कि यह पदार्थ क्या है, लेकिन अधिकारियों को नहीं लगता कि यह घातक है। अधिकारी ने अपनी पहचान गोपनीय रखे जाने की शर्त पर यह जानकारी दी। यह पत्र मिलने की जानकारी सबसे पहले ‘द डेली बीस्ट’ ने दी थी।
जूनियर ट्रंप ने पत्र खोला जिसमें उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई थी। पत्र मिलते ही ‘हजमत सूट’ (खतरनाक रसायनों एवं पदार्थों से बचाव करने वाला सूट) पहने आपातकर्मी हरकत में आ गए।
जूपिटर पुलिस ने बताया कि ‘पाम बीच शेरिफ’ का कार्यालय मामले की जांच कर रहा है। शेरिफ कार्यालय ने बताया कि वह खुफिया सेवा के साथ मिलकर जांच कर रहा है लेकिन इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दी गई।
पूर्व राष्ट्रपति के सबसे बड़े बेटे को सफेद पाउडर भेजे जाने की यह दूसरी घटना है। इससे पहले 2018 में डोनाल्ड ट्रंप जूनियर की तत्कालीन पत्नी वैनेसा ने उनके पति को लिखा गया एक पत्र खोला था जिसमें अज्ञात सफेद पाउडर निकला था। इसके बाद वैनेसा को न्यूयॉर्क शहर के एक अस्पताल में ले जाया गया था। बाद में पुलिस ने कहा था कि यह पदार्थ खतरनाक नहीं था।
इससे पहले किसी ने मार्च 2016 में भी इसी प्रकार का पदार्थ डोनाल्ड ट्रंप जूनियर के भाई एरिक को भेजा था जो खतरनाक नहीं पाया गया था।
ट्रंप टावर में भी 2016 में दो बार सफेद पाउडर वाले लिफाफे भेजे गए थे। ट्रंप टावर पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के चुनाव प्रचार अभियान का मुख्यालय है।
देश में घातक एंथ्रेक्स वाले पत्र 2001 में समाचार संस्थानों और दो अमेरिकी सांसदों के कार्यालय भेजे गए थे जिसके कारण पांच लोगों की मौत हो गई थी।