नयी दिल्ली, कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सरकार को अस्थिर करने के लिए धनबल, सत्ताबल और बाहुबल का जो खेल शुरू किया था, वह उसमें विफल रही है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेतृत्व के हस्तक्षेप और पर्यवेक्षकों की तत्परता के बाद वहां स्थिति पूरी तरह कांग्रेस के नियंत्रण में है।
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एकमात्र सीट पर हुए मतदान में कांग्रेस के छह विधायकों द्वारा ‘क्रॉस वोटिंग’ किये जाने के बाद भाजपा ने सीट पर जीत हासिल की थी और उसके बाद से राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हो गया था। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बृहस्पतिवार को इन छह विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया। विधायकों ने सदन में वित्त विधेयक पर सरकार के पक्ष में मतदान करने के पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया था।
रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘हिमाचल को लेकर मीडिया में तरह-तरह की बातें चल रही हैं। लेकिन हम एक बात बिल्कुल स्पष्ट रूप से कहना चाहते हैं। हिमाचल में प्रधानमंत्री और तथाकथित चाणक्य पूरी तरह से फेल हुए हैं। कांग्रेस नेतृत्व के हस्तक्षेप और हमारे पर्यवेक्षकों की तत्परता के बाद वहां स्थिति पूरी तरह से कांग्रेस के नियंत्रण में है।’’
उन्होंने दावा किया कि दूसरे राज्यों की तरह भाजपा ने हिमाचल में भी जनता द्वारा चुनी हुई कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार को अस्थिर करने के लिए धनबल, सत्ताबल और बाहुबल का खेल शुरू किया था, लेकिन वह विफल रही क्योंकि हिमाचल की जनता का आशीर्वाद कांग्रेस के साथ है।
रमेश ने कहा, ‘‘इस घटना के बाद हमारे संकल्प और मज़बूत हुए हैं। हम हिमाचल के लोगों की सेवा करते रहेंगे।’’