मुंबई, घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक धारणा और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के बीच अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया चार पैसे बढ़कर 83.01 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि मजबूत अमेरिकी मुद्रा और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की पूंजी निकासी ने घरेलू मुद्रा में तेज बढ़त को सीमित किया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.03 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान उसने 83 प्रति डॉलर के उच्चस्तर तक कारोबार किया। अंत में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया चार पैसे की बढ़त के साथ 83.01 के भाव पर बंद हुआ।
बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया तीन पैसे गिरकर 83.05 पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘घरेलू बाजारों में सकारात्मक धारणा के कारण रुपये में तेजी आई। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा मार्च और मई, 2024 में नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद कम होने से अमेरिकी डॉलर सूचकांक में सुधार हुआ…।’’
उन्होंने कहा, “अमेरिकी डॉलर में सकारात्मक रुख और विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी को लेकर चिंता भारतीय मुद्रा में तेज उछाल को रोक सकती हैं…।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला सूचकांक 0.07 प्रतिशत की मजबूती के साथ 104.36 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा एक प्रतिशत की गिरावट के साथ 82.03 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 253.28 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।