बच्चों में राष्ट्रभक्ति

जब हम अनेक समाजसेवी संस्थाओं की बात करते हैं तो हमारे जहन में भारत विकास परिषद का नाम स्वत: उतर आता है। यह एक ऐसी समाजसेवी, अराजनैतिक संस्था है जिसमें देश के विद्वान, सुप्रीमकोर्ट  तथा हाईकोर्ट के जज, डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षाविद् तथा व्यवसायी लोग जुड़े हैं। जो गांवों, शहरों, यहां के स्कूलों, चिकित्सालयों तथा अनेक जरूरतमंदों के लिए अनेक प्रोजेक्ट बनाकर इन पर कार्य करते हैं। पैसा तथा समय, दोनों देते हैं।


भारत विकास परिषद पांच सूत्री कार्यक्रम लेकर चलती हैं। ये है- संपर्क सहयोग, संस्कार, सेवा तथा समर्पण। किसी कवि ने इन पांचों मोतियों को एक ही माला में पिरोते हुए लिखा है। सम्पर्क से बढ़ते मीत मिलन, सहयोग से होते सहज यत्न। संस्कारों के खिलते भाव सुमन, सेवा से हर्षित तन, मन, जन। समर्पण है मानव जीवन धन सम्पर्क से बढ़ते मीत मिलन।


समाज सेवा के साथ देश भक्ति के लिए समर्पित: भारत विकास परिषद समाज सेवा तो करती ही है। साथ ही लोगों में देशभक्ति का जज्बा जगाना भी इनका मुख्य लक्ष्य है। इसीलिए तो वे हर वर्ष पूरे देश में राष्ट्रभक्ति के गीतों का प्रतियोगिता आयोजित करते हैं। यह समूह गान होता है तथा दो स्तरों के विद्यार्थी इसमें भाग लेते हैं।