किसी आम इंसान की तरह नजर आने वाले, बेहद साधारण लेकिन मोस्ट टेलेंटेड एक्टर मनोज बाजपेयी ने अब तक एक से बढकर एक कई शानदार फिल्में करते हुए अपनी दमदार एक्टिंग का लोहा मनवाया है। यकीनन आज के दौर में वह बॉलीवुड के सबसे टैलेंटेड एक्टर्स में से एक हैं।
महेश भट्ट के दूरदर्शन धारावाहिक ’स्वाभिमान’ से एक्टिंग कैरियर की शुरूआत करने वाले मनोज वाजपेयी को फिल्मों में पहला अवसर शेखर कपू ने ’ बैंडिट क्वीन’ (1994) में दिया। उसी साल वह गोविंद निहलानी की ’द्रोहकाल’ (1994) में भी नजर आए।
मनोज बाजपेयी को ऑफबीट फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ (2012) से जबरदस्त सफलता हासिल हुई थी। उसके बाद वह कई कमर्शियल फिल्मों का भी हिस्सा रह चुके हैं। मनोज ने जब कभी, किसी बड़े स्टार के साथ काम किया, वह अपने दमदार अभिनय की बदौलत, उस पर भारी पड़े।
फिल्मों के अलावा मनोज बाजपेयी ने राज एंड डीके के डायरेक्शन में बनी वेब सीरीज ‘फैमिली मैन’ की भूमिका में जान डाल दी। इस वेब सीरीज के दो सीजन आ चुके हैं और फैंस तीसरे सीजन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
नई सिचुएशन और नई परिस्थितियां में मनोज व्दारा निभाए गए श्रीकांत तिवारी का किरदार तीसरे सीजन में, उस फेज में नजर आएगा जहां उनके बच्चे बड़े हो चुके हैं और खुद श्रीकांत भी थोड़े बूढ़े हो चुके हैं।
लेकिन इसके बावजूद पिछले दो सजीन की तरह इस तीसरे सीजन में भी मनोज बाजपेयी एक दिलेर और जांबाज शख्स के रूप में मिलने वाली हर चुनौती का बखूबी सामना करते हुए नजर आएंगे।
मनोज बाजपेयी ने खुद को एक ऐसे अभिनेता के तौर पर साबित किया है जो कि बॉलीवुड से लेकर ओटीटी प्लेटफॉर्म पर लगातार धमाल मचा रहा है।
जी 5 पर रिलीज फिल्म ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ (2023) की असल आत्मा मनोज बाजपेयी व्दारा फिल्म में बड़ी ही शिद्द्त के साथ निभाया हुआ किरदार ही था। ओटीटी प्लेटफ़र्म डिज्नी+ हॉटस्टार पर मनोज बाजपेयी की फिल्म ‘गुलमोहर’ में मनोज बाजपेयी का अभिनय बेहद शानदार था। उनकी इस फिल्म को भी ऑडियंस का काफी अच्छा रिस्पॉंस मिला था।
चाहे फिल्में हों या ओटीटी, आज के दौर में कोई ऐसा दूसरा एक्टर नजर नहीं आता, जो मनोज की रेंज जितना समर्थ हो। जिस तरह से वो हर किरदार में घुस कर खुद एक किरदार बन जाते है, किसी दूसरे एक्टर के लिए वह सब कुछ उतना मुमकिन नजर नहीं आता । फिल्म हो या फिर ओटीटी शो मनोज बाजपेई, हर बार अपनी ही खींची लाइन को और बड़ा करते जा रहे हैं।
सिनेमाघरों में रिलीज फिल्म ‘जोरम’ में एक आदिवासी युवक दसरू की भूमिका में, मनोज बाजपेयी के अभिनय का एक अलग ही आयाम देखने को मिला।
‘हजरात ! हजरात ! हजरात !’ पूरे इलाके में इतना बम मारेंगे कि इलाका धुआं धुआं हो जाएगा। एक मनोज बाजपेयी वह थे जो बात बात पर बम फेंकने से नहीं चूकते थे, और एक यह मनोज बाजपेयी हैं जो फिल्म ‘जोरम’ में दसरू बनकर डर से कांपते हुए कह रहे हैं ‘सरकार गोली मत चलाइएगा, छोटी बच्ची है’।
यकीनन फिल्म ‘जोरम’ हर किसी को अंदर तक हिला देती है। इस फिल्म के जरिए मनोज बाजपेयी ने एक बार फिर से साबित किया है कि वे एक्टिंग के मास्टर हैं। उनकी इसी एक्टिंग रेंज की बदौलत इस फिल्म ने कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल्स में जककर तारीफ बटोरी।
बेशक 2024 में ओटीटी पर रिलीज मनोज बाजपेयी और कोंकणा सेन शर्मा अभिनीत सीरीज ‘द किलर सूप’ लोगों को पसंद नहीं आई। लेकिन इसके बावजूद मनोज का आगे का सफर निरंतर जारी है।
‘साइलेंस 2’ में मनोज एसीपी अविनाश की भूमिका में नजर आएंगे। इसके अलावा डायरेक्टर कन्नू बहल की फिल्म ’डिस्पैच’ में मनोज वाजपेयी एक क्राइम रिपोर्टर का किरदार निभा रहे हैं।