चेन्नई, मौजूदा अंडर-19 विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों में शुमार वामहस्त स्पिनर स्वामी कुमार पांडे दिग्गज हरफनमौला रविंद्र जडेजा को अपना आदर्श मानते हैं।
स्वामी का गेंदबाजी एक्शन भी जडेजा से काफी मिलता जुलता है।
मध्य प्रदेश के रीवा के इस गेंदबाज ने अंडर-19 विश्व कप सेमीफाइनल मुकाबले से पहले पांच मैचों में 16 विकेट झटके हैं। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 19 रन पर चार विकेट रहा है।
स्वामी के बचपन के कोच अरिल एंथोनी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘जडेजा उनकी प्रेरणा रहे हैं। वह जडेजा की ‘बॉडी लैंग्वेज’ और क्षेत्ररक्षण के दौरान जज्बे से काफी प्रभावित हैं।’’
एंथोनी ने कहा कि स्वामी पढ़ाई में भी काफी प्रतिभावान है। उसने 12वीं कक्षा को अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण किया है।
कोच ने बताया, ‘‘ उसने सात या आठ साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया था तब वह शारीरिक रूप से बहुत कमजोर था। डॉक्टरों ने उन्हें अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कुछ शारीरिक गतिविधि करने की सलाह दी थी।’’
एंथोनी ने कहा, ‘‘ स्वामी के पिता ने मुझे बताया कि बचपन से ही उसकी क्रिकेट में बहुत रुचि थी और तीन या चार साल की उम्र में ही वह बल्ला पकड़ने में सक्षम हो गए थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह पढ़ाई में भी प्रतिभाशाली बच्चा है। उसने हायर सेकेंडरी में लगभग 93 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। उसके माता-पिता चाहते थे कि वह इंजीनियर या डॉक्टर बने, लेकिन मेरे मार्गदर्शन में उसे गेंदबाजी करते देखकर वे मंत्रमुग्ध हो गए थे।’’
कोच ने बताया कि स्वामी के माता-पिता दोनों सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं।
स्वामी चीजों को जल्दी समझता है और उसे अपने खेल में लागू करता है।
उन्होंने बताया कि इंडियन प्रीमियर लीग की कुछ फ्रेंचाइजी टीमों ने स्वामी के साथ बातचीत की है लेकिन उन्होंने इस खिलाड़ी को अपने कदम धीरे-धीरे आगे बढ़ाने की सलाह दी है।
एंथोनी ने कहा, ‘‘ उन्हें आईपीएल से जुड़े कॉल आने शुरू हो गए हैं। यह इस पर निर्भर करेगा कि वह अगले घरेलू सत्र में कैसा प्रदर्शन करते हैं। अगर वह अच्छा प्रदर्शन करता है और आत्मविश्वास से मुझे आईपीएल में जाने के बारे में बताता है, तो मैं उसे आगे बढ़ने की इजाजत दूंगा। लेकिन मैं भविष्यवाणी नहीं कर सकता कि क्या उसके लिए बड़ी बोली लगेगी। यह उसके घरेलू प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।’’