जमशेदपुर, इशान किशन की रणजी ट्रॉफी से अनुपस्थिति जारी रही जब झारखंड के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाला यह विकेटकीपर बल्लेबाज शुक्रवार को शुरू हुए अंतिम दौर के मैच में भी टीम का हिस्सा नहीं बना। इशान का यह कदम भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को पसंद नहीं आएगा, विशेषकर सचिव जय शाह के फरमान के बाद।
झारखंड जमशेदपुर में राजस्थान से खेल रहा है। यहां तक कि तेज गेंदबाज दीपक चाहर भी आखिरी दौर के रणजी मैच में नहीं खेले और चेन्नई सुपर किंग्स के साथ ट्रेनिंग कर रहे हैं।
पता चला है कि किशन को भारतीय टीम थिंक-टैंक के एक वरिष्ठ सदस्य ने टेस्ट टीम में वापसी के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए कहा था लेकिन इस तेजतर्रार खिलाड़ी ने कथित तौर पर कहा कि वह अपने खेल के ‘कुछ तकनीकी पहलुओं पर काम कर रहे हैं’ और लाल गेंद के क्रिकेट के लिए तैयार नहीं हैं।
इशान मुंबई इंडियन्स के अपने कप्तान हार्दिक पंड्या के साथ बड़ौदा में ट्रेनिंग कर रहे हैं और मुंबई के डीवाई पाटिल टी20 टूर्नामेंट में अपने नियोक्ता भारतीय रिजर्व बैंक के साथ प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी की तैयारी कर रहे हैं।
डीवाई पाटिल टी20 टूर्नामेंट में अधिकतर संस्थानिक टीमें हिस्सा लेती हैं और इस प्रतियोगिता में खेलकर कई खिलाड़ी आईपीएल की तैयारी करते हैं।
इशान के प्रथम श्रेणी क्रिकेट नहीं खेलने और सिर्फ आईपीएल पर ध्यान केंद्रित करने के कारण बीसीसीआई को खिलाड़ियों के इस लुभावनी लीग की नीलामी में हिस्सा लेने का पात्र होने के लिए न्यूनतम रणजी ट्रॉफी मैचों में खेलना अनिवार्य करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने राजकोट में मीडिया से कहा, ‘‘अगर आप फिट हैं तो कोई बहाना नहीं सुना जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह सभी केंद्रिय अनुबंधित खिलाड़ियों पर लागू होता है, उन्हें खेलना होगा। खिलाड़ी अपने भविष्य पर फैसला नहीं कर सकता, चयनकर्ताओं को ऐसा करने की जरूरत है। अगर खिलाड़ी लाल गेंद के प्रारूप में अच्छा है तो उसे खेलना होगा।
विभिन्न स्थानों पर शुरू हुए अंतिम दौर के मुकाबलों में श्रेयस अय्यर भी नहीं खेल रहे। अय्यर को हालांकि कमर और ग्रोइन में समस्या है।