राउरकेला, भारतीय पुरुष हॉकी टीम बुधवार को यहां एफआईएच प्रो लीग के अगले चरण में नीदरलैंड के खिलाफ उतरेगी तो उसकी नजरें जीत के साथ इस टीम पर अपना दबदबा बनाए रखने पर होंगी।
प्रो लीग में भारत ने अब तक प्रभावी प्रदर्शन किया है। ड्रैगफ्लिकर हरमनप्रीत सिंह की अगुआई वाली टीम ने पांच में से अपने दो मुकाबले नियमित समय में जीते जबकि नीदरलैंड और स्पेन को शूट आउट में हराकर बहुमूल्य बोनस अंक भी हासिल किए।
टीम ने एकमात्र मुकाबला ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गंवाया है लेकिन उसमें भी भारतीय टीम जीत दर्ज करने की स्थिति में थी।
भारत अभी पांच मैच में 10 अंक के साथ प्रो लीग तालिका में चौथे स्थान पर चल रहा है।
नीदरलैंड नौ मैच में 18 अंक के साथ शीर्ष पर है। अर्जेन्टीना के आठ मैच में 13 जबकि ऑस्ट्रेलिया के चार मैच में 12 अंक हैं।
दुनिया की तीसरे नंबर की टीम भारत को हालांकि दुनिया की 12वें नंबर की टीम आयरलैंड और आठवें नंबर की टीम स्पेन के खिलाफ पिछले दो मुकाबलों में जूझना पड़ा है।
आयरलैंड के खिलाफ भारत ने गुरजंत सिंह के अंतिम मिनट में दागे गोल की बदौलत 1-0 से जीत दर्ज की और फिर मैराथन शूट आउट में स्पेन को 8-7 से हराया। भारत और स्पेन 60 मिनट के नियमित समय के बाद 2-2 से बराबर थे।
भारत को नीदरलैंड के खिलाफ नियमित समय में जीत दर्ज करके तीन अंक जुटाने हैं तो अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा।
पिछले तीन मुकाबले में प्रदर्शन भले ही उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा हो लेकिन उप कप्तान हार्दिक सिंह ने कहा है कि दुनिया की नंबर एक टीम के खिलाफ मुकाबले से पहले टीम का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है।
भुवनेश्वर में 11 फरवरी को नीदरलैंड के खिलाफ नियमित समय में मुकाबला 2-2 से बराबर रहने के बाद भारत ने शूट आउट में 4-2 से जीत दर्ज की थी।
मिडफील्डर हार्दिक ने कहा, ‘‘पहले हाफ में हमारा प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा लेकिन दूसरे हाफ में हमने जोरदार वापसी की और खेल को शूटआउट में खींचा। हम तब से अपनी संभावनाओं के बारे में आश्वस्त थे, विशेषकर यह देखते हुए कि हमारे पास अच्छे गोलकीपर हैं।’’
प्रो लीग में भारत ने अपने अभियान की शुरुआत भुवनेश्वर में स्पेन के खिलाफ 4-1 की जीत के साथ की। टीम ने नीदरलैंड के खिलाफ नियमित समय में मुकाबला 2-2 से बराबर रहने के बाद शूट आउट में 4-2 से जीत दर्ज की जिसमें हार्दिक ने पहला गोल दागा।
भारत को इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4-6 से शिकस्त झेलनी पड़ी लेकिन उसे भुवनेश्वर चरण का अंत आयरलैंड के खिलाफ जीत के साथ किया।