मोदी फिर सत्ता में आए तो क्षेत्रीय दलों के लिए अस्तित्व का संकट खड़ा हो जायेगा: चिदंबरम

कोलकाता, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने शुक्रवार को कहा कि यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बार फिर सत्ता में वापसी की तो क्षेत्रीय दलों के लिए अस्तित्व का संकट खड़ा हो जाएगा।

उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि वह विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के भविष्य को लेकर कोई अनुमान नहीं लगा सकते क्योंकि वह पार्टी की राष्ट्रीय गठबंधन समिति का हिस्सा नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर आगामी लोकसभा चुनाव में एक कारक हो सकता है लेकिन ‘‘यह निर्णायक होगा या नहीं, यह तो समय ही बताएगा।’’

पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने कहा, ‘‘मैं ‘इंडिया’ गठबंधन के भविष्य के बारे में कुछ नहीं कह सकता क्योंकि मैं राष्ट्रीय गठबंधन समिति का हिस्सा नहीं हूं और गठबंधन की बैठकों का भी हिस्सा नहीं रहा हूं… लेकिन मुझे पूरी उम्मीद है कि बाकी सभी पार्टियां समझेंगी कि मोदी जी और भाजपा की केंद्र में वापसी से राज्य-विशिष्ट क्षेत्रीय दलों के लिए अस्तित्व का संकट पैदा हो जाएगा।’’

अपनी नई किताब ‘द वाटरशेड ईयर-व्हिच वे विल इंडिया गो?’ पर चर्चा के लिए कोलकाता पहुंचे चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस स्थिर और गहरी जड़ें रखने वाले राजनीतिक दलों के साथ ‘इंडिया’ गठबंधन मजबूत बनाने का प्रयास कर रही है।

उनका कहना था, ‘‘यह मेरे दिमाग की कोरी कल्पना नहीं है। अगर भाजपा सत्ता बरकरार रखती है, तो वे भारत के लोकतंत्र के कवच को तोड़ देंगे, कदम-दर-कदम लोकतांत्रिक संस्थानों को कमजोर कर देंगे और अंततः हमारे पास लोकतंत्र का एक मुखौटा होगा जो अंदर से पूरी तरह से खोखला हो जाएगा। हम कई अन्य देशों की तरह बन जाएंगे जहां शासक या सत्तारूढ़ दल हर चुनाव में भारी जीत की घोषणा करता है।’’

उन्होंने कहा कि भाजपा का गठबंधन (राजग) दूसरे दलों को तोड़ कर बनाया जा रहा है।

चिदंबरम ने दावा किया, ‘‘भाजपा का गठबंधन पार्टियों को विभाजित करके बनाया गया है। इसके मुख्य साझेदार पूर्ववर्ती राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का एक गुट, पूर्ववर्ती शिव सेना का एक गुट और संभवतः अन्नाद्रमुक का एक गुट है। इसने जद(यू) को हाईजैक कर लिया है, हालांकि यह संभव है कि कुछ सदस्य नीतीश को छोड़ सकते हैं कुमार…भाजपा स्थिर राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन नहीं कर रही है।’’ उनके अनुसार, कांग्रेस का प्रयास उन पार्टियों के बीच अधिक ठोस गठबंधन बनाने का है जो एक-दूसरे का सम्मान करती हैं और एक-दूसरे के साथ देने और लेने के लिए तैयार हैं।

आगामी आम चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करने के तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी के फैसले पर चिदंबरम ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता। राहुल गांधी जी का कहना है कि टीएमसी के साथ गठबंधन नहीं टूटा है… मैं इस निष्कर्ष पर क्यों पहुंच जाऊं कि टीएमसी और कांग्रेस ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा नहीं होगी?” उन्होंने ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ के विचार के बारे में पूछे जाने पर कहा कि यह पूरी तरह से ‘असंवैधानिक, संघवाद विरोधी और विचित्र विचार’ है।