जींद(हरियाणा), जिले के जुलाना कस्बे में किसानों ने शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर ट्रैक्टर मार्च निकाला और सरकार के प्रति नाराजगी व्यक्त की।
वहीं, लघु सचिवालय पर भी किसानों ने प्रदर्शन किया और गिरफ्तार किसान नेता सहित तीन लोगों को रिहा करने की मांग की।
जुलाना में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के जिला उप प्रमुख नरेंद्र ढांडा ने आरोप लगाया कि प्रदेश और केंद्र सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘ जब केंद्र सरकार पूंजीपतियों के करोड़ों रुपये के कर्ज माफ कर सकती है तो किसानों का क्यों नहीं।’’
ढांडा ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) किसानों का हक है जिसके लिए वे आंदोलन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार को गलतफहमी है कि हरियाणा के किसान आंदोलन में पंजाब के किसानों के साथ नहीं हैं। अगर रविवार को किसानों की मांगों को सरकार नहीं मानती तो प्रदेश के किसान दिल्ली कूच की बजाए पंजाब की सीमा पर जाएंगे और वहां मौजूद किसानों के राष्ट्रीय राजधानी जाने का रास्ता साफ करेंगे।
वहीं, भारतीय किसान संर्घष समिति के प्रदेशाध्यक्ष विकास सिंसर के नेतृत्व में किसानों ने लघु सचिवालय पर भी धरना दिया और किसान नेता अक्षय नरवाल के अलावा प्रवीण और वीरेंद्र को रिहा करने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने मांग नहीं माने जाने पर रविवार को खटकड़ टोल प्लाजा पर धरना देने की चेतावनी दी।