अनु सो कर उठी ही थी कि उसे बड़े जोरों की ठंड संताने लगी। सर्दी का मौसम जो था। घर का कोई भी काम करने का उसका मन नहीं था।
तभी उसने अपने ही टीवी पर अपने मन पसंद गाने को सुना। फिर क्या था। अनु गाने की धुन पर पहले तो अपने हाथ-पैर हिलाने लगी। फिर उसने कम से कम दस मिनट लगातार डांस किया। उसके डांस ने क्या कमाल दिखाया व उसने कितना अच्छा महसूस किया, जानिए तो सही।
जहां उसे कुछ देर पहले ठंड लग रही थी, वहीं अब उसे गर्मी लग रही थी। उसके शरीर में ऊर्जा जो आ गई थी। अपने आप को चुस्त व फुर्तीला महसूस कर रही थी।
जहां पहले वह अलसाई हुई थी, वहीं अब वह अपने आप को तरोताजा महसूस कर रही थी। मन ही मन खुशी से मग्न हो रही थी। जहां वह अभी काम से मन चुरा रही थी, वहीं फटाफट गाना गुनगुनाते हुए सारा घर का काम कर लिया। आप मानेंगी नहीं, उसका सारा दिन अच्छा तो बीता ही बल्कि उस दिन उसने बहुत से दूसरे काम भी निपटाए।
देखा आपने 5-7 मिनट के गाने का कमाल। तो फिर देर किस बात की, आप भी शुरू हो जाइए। रेडियो, टी.वी. डैक तो आजकल हर घर में उपलब्ध होते हैं। तो फिर क्यों न छोटे से लेकर बड़े सभी शुरू हो जाएं।
जरूरी नहीं कि डांस ही किया जाए। नहीं आता तो कोई बात नहीं। धुन के अनुसार ही अपने शरीर के हर अंग को हिलाया जाए। अगर यह शुभ कार्य सवेरे किया जाए तो सबसे अच्छा वरना कोई बात नहीं। जब भी आपको मौका मिले, शुरू हो जाइए।
डांस के जरिए हर अंग का व्यायाम होता है। डांस का डांस, व्यायाम का व्यायाम, शरीर में ऊर्जा का विकास व कमाल की चुस्ती फुर्ती।