नयी दिल्ली, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि दिल्ली का शासन मॉडल शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली के मामले में पूरे देश को दिशा दिखा रहा है।
केजरीवाल ने विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान इन तीनों क्षेत्रों में दिल्ली सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया।
संबोधन शुरू करने से पहले, मुख्यमंत्री ने सदस्यों से आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया को सलाम करने को कहा, जिन्हें पिछले साल इसी दिन दिल्ली आबकारी नीति मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया था।
केजरीवाल ने कहा, “आम आदमी पार्टी सरकार ने दिल्ली में इतने काम किए हैं जो पिछले 75 वर्षों में नहीं हुए थे। आज ‘दिल्ली मॉडल’ पूरे देश को दिशा दिखा रहा है। मैं तीन क्षेत्रों – स्वास्थ्य, शिक्षा और बिजली के बारे में बात करूंगा।”
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में लगभग चार से पांच लाख छात्रों ने निजी स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में दाखिला मांगा है।
उन्होंने कहा, “अगर हम दिल्ली में गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा दे सकते हैं, तो यह देश में भी किया जा सकता है। विभिन्न राज्यों में सरकारी स्कूल क्यों बंद किए जा रहे हैं? दिल्ली के अलावा देश शिक्षा के निजीकरण की ओर बढ़ रहा है। देश में 17 लाख छात्रों को शिक्षा प्रदान करने के लिए केवल पांच लाख करोड़ रुपये की आवश्यकता है।”
उन्होंने आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना बीमा को “सबसे बड़ा घोटाला” बताया।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने एक दिन पहले दिल्ली में केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना लागू करने के लिए कहा था।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने दिल्ली में हर किसी के लिए इलाज मुफ्त कर दिया है। वे कहते हैं कि यहां आयुष्मान भारत योजना लागू करें। आयुष्मान भारत सबसे बड़ा घोटाला है। यह क्या कहता है? हम आपको एक बीमा कार्ड देंगे और यदि आप अस्पताल में भर्ती होते हैं, तो आपके परिवार को एक साल के लिए पांच लाख रुपये का मुफ्त इलाज मिलेगा। वह बीमा लेकर क्या करेगा।’
उन्होंने आरोप लगाया, “वे सरकारी अस्पतालों को बंद कर रहे हैं और लोगों को कार्ड सौंप रहे हैं। यह लोगों को निजी अस्पतालों की ओर धकेलने का कदम है।”
केजरीवाल ने इस बात पर भी जोर दिया कि अन्य राज्यों के विपरीत, दिल्ली में लोगों को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिलती है।