नयी दिल्ली, द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के एक सांसद ने बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार पर तमिलनाडु को महत्व नहीं देने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के आश्वासन के बावजूद तमिलनाडु को बाढ़ के बाद पुननिर्माण के लिए अभी तक मदद नहीं दी गई है।
लोकसभा में द्रमुक के नेता टी आर बालू ने शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि तमिलनाडु में बाढ़ को लेकर केंद्र से मदद मांगने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री (एम के स्टालिन) ने तीन बार प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह से मुलाकात की है।
बालू ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री और गृह मंत्री दोनों ने स्पष्ट वादा किया था कि बाढ़ के बाद राहत एवं पुनर्निर्माण कार्यों के लिए तमिलनाडु की मदद करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने भी सांसदों के शिष्टमंडल के साथ गृह मंत्री से मुलाकात की थी। उन्होंने 27 जनवरी या उससे पहले जरूरी मदद दिये जाने का वादा किया लेकिन इतने दिन बाद भी केंद्र सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है।’’
द्रमुक सांसद ने आरोप लगाया, ‘‘सरकार तमिलनाडु को महत्व नहीं दे रही है। मेरी बात का जवाब देने के लिए (इस समय) कोई कैबिनेट मंत्री या कोई वरिष्ठ मंत्री सदन में नहीं हैं।’’
उन्होंने कहा कि कई बार इस मुद्दे को सदन में उठाये जाने, व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के समक्ष उठाये जाने और मीडिया द्वारा उठाये जाने के बाद भी केंद्र की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होना इस मानवीय जरूरत पर केंद्र के दुखद रवैये को दिखाता है।