बेंगलुरु, कर्नाटक विधानसभा का बजट सत्र सोमवार से शुरू होगा और इसके हंगामेदार होने की आशंका है।
राज्य के प्रति केंद्र के कथित भेदभाव और मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली सरकार पर लगे भ्रष्टाचार तथा कुशासन के आरोपों जैसे मुद्दों पर इस सत्र के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी बहस देखने को मिल सकती है।
उम्मीद है कि कांग्रेस सरकार इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले राज्यपाल के अभिभाषण और राज्य बजट की प्रस्तुति के माध्यम से अपना एजेंडा प्रदर्शित करने की कोशिश करेगी।
जबकि संयुक्त रूप से चुनाव लड़ने के लिए तैयार विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (सेक्युलर) राज्य सरकार के खिलाफ आरोपों को उजागर करके उसकी छवि को दागदार साबित करने की कोशिश करेंगे।
दस दिवसीय बजट सत्र की शुरुआत राज्यपाल थावरचंद गहलोत के संबोधन के साथ शुरू होगी। वह राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया 16 फरवरी को अपना रिकॉर्ड 15वां बजट पेश करेंगे।