स्पाई कैमरों का दुरूपयोग बढ़ रहा है। ऐसे जासूसी कैमरों की शिकार लड़कियां एवं महिलाएं हो रही हैं। स्पाई कैमरों की व्यापकता एवं विविधता ने नारी जाति पर खतरे को और बढ़ा दिया है। घर से बाहर हर जगह ऐसे कैमरों के माध्यम से लड़कियों एवं महिलाओं के निजी अंगों की ताक-झांक की जा रही है तथा तस्वीर ली जा रही है। बाथरूम, यूरिनल, ड्रेसिंगरूम, चेंजिंग रूम, अस्पताल एवं शापिंग मालों में भी ऐसा किया जा रहा है।
जीवन में कभी भी लापरवाही बरतेंगे तो ऐसे स्पाई कैमरे आप पर मुसीबत लाने का मुकम्मल इंतजाम कर देंगे। ध्यान रखें किसी अजनबी के साथ फोटो खिंचवाना भी आप पर भारी पड़ सकता है।
विज्ञान में हर खोज एवं आविष्कार अच्छे उद्देश्य को लेकर किया जाता है। ऐसे खोज एवं आविष्कार को मनुष्य के लिए वरदान कहा जाता है। उसे भलाई के काम में उपयोग में लाया जाता है किंतु आज विज्ञान के हर खोज एवं आविष्कार का उपयोग विनाश के लिए किया जा रहा है। ऐसी चीजों का दुनियां भर में दुरूपयोग बढ़ गया है।
कैमरे को भी विज्ञान की वरदानी वस्तु मानकर उपयोग होता रहा है। बड़े आकार का कैमरा लगातार छोटा रूप लेता गया जो आज बेल्ट-बक्कल, घड़ी, पेन, कमीज के बटन, चश्मा, ताले, दरवाजे के हैंडल, बिजली के बटन आदि में समा गया है।
जो कैमरा जासूसी के काम में उपयोग में लाया जाता है उसी को विविध रूप व आकार दे दिए गए हैं। इसी जासूसी के कैमरों या स्पाई कैम का उपयोग अब बहुत ज्यादा बढ़ गया है। इन स्पाई कैमरों के माध्यम से निजी अंगों एवं निजी पलों में ताक झांक बढ़ गई है। इनसे तस्वीर लेकर उसका दुरूपयोग एवं दोहन बढ़ गया है। छोटे बच्चे से लेकर बूढ़े तक इसके शिकार हो रहे हैं।
मोबाइल एवं इंटरनेट के माध्यम से ऐसे निजी चित्रों को प्रचार-प्रसार कर बदनाम किया जा रहा है। नारी जाति ही इसकी सर्वाधिक शिकार है। आधुनिकता के चलते लापरवाही बढ़ी है किंतु शातिर लोग इसी लापरवाही का लाभ उठा रहे हैं। शातिर लोग स्पाई कैमरे के माध्यम से नारी जाति की लापरवाह पलों की तस्वीर ले रहे हैं। नारी के निजी पलों व निजी अंगों पर कैमरे की आंखों से नजरें गड़ा रहे हैं, चित्रा ले रहे हैं।
ये कैमरे किसी भी वस्तु पर लगे हो सकते हैं। खिलौनों की आंखों, दरवाजों के हैंडल एवं ताले, बल्ब के पास, आई पॉड, घड़ी, पेन, टाई पिन, बेल्ट बक्कल, चश्मा, कार, मोबाइल, चार्जर, केलकुलेटर, सेंट्रल लॉक, चेटिंग रूम, यूरिनल किसी दरवाजे के पास ड्रेसिंग रूम, चेंजिंग रूम में मोबाइल कैमरे स्पाई या वेब कैमरे आदि हो सकते हैं। ये कैमरे टायलेट या फिर किसी अप्रत्याशित जगह पर भी छिपे हो सकते हैं।
कैमरों की विविधता अकल्पनीय है। ये डाक्टरों के यहां भी हो सकते हैं। हर अवसर पर तांक-झांक करने वालों का खतरा होता है जिस काम में ये कैमरे उनकी खामोश रहकर मदद करते हैं। ऐसे निजी क्षणों की तस्वीर लेकर कोई भी आपका भयादोहन कर सकता है। ऐसे अवसरों पर लिए गए चित्रा को वह मोबाइल एवं नेट के माध्यम से सार्वजनिक कर सकता है।
लड़कियां एवं महिलाएं आधुनिक बनने के चक्कर में लापरवाही न बरतें। सावधान, कैमरा झांक रहा है। आपकी प्राइवेसी भंग हो सकती है। डिवाइसेज में छपे वेब कैमरे, स्पाई कैमरे से तस्वीर एकत्रित होती रहती है। कभी भी किसी सार्वजनिक स्थल पर तस्वीर न खिंचवाए। फोटो शेयर न करें। प्राइवेसी में दखल पड़ सकता है। पराए ही नहीं, अपने भी आपकी प्राइवेसी लीक कर सकते हैं। कहीं भी किसी भी रूप में स्पाई कैमरे हो सकते हैं। कहीं भी गड़बड़ी की आशंका हो, तब पुलिस को खबर करें, उनसे सहायता लें।