पूरा एशिया नव वर्ष के जश्न में डूबा

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बीजिंग/मुंबई,  पूरे एशिया में नव वर्ष की पूर्व संध्या पर खुलकर जश्न मनाया गया और जमकर आतिशबाजी की गई। कई देशों में जारी संघर्ष के कारण सुरक्षा संबंधी चिंताओं के बीच, नया साल 2024 आशा की नयी किरण लेकर आया है।

ऑस्ट्रेलिया के सिडनी हार्बर ब्रिज के पास आधी रात को 10 लाख से अधिक लोगों ने तट और नौकाओं में बैठकर आतिशबाजी के प्रदर्शन का आनंद लिया।

गाजा और यूक्रेन में चल रहे संघर्ष के बीच दुनिया भर में बड़े पैमाने पर जश्न मनाया गया। इजराइल-हमास युद्ध को लेकर रोजाना विरोध-प्रदर्शन का गवाह रहना वाला न्यूयॉर्क शहर भी जश्न के लिए तैयार है। अधिकारियों और पार्टी आयोजकों ने कहा कि वे टाइम्स स्क्वायर में जश्न मनाने के वास्ते आने वाले हजारों लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैयार हैं।

एशियाई देशों ने सबसे पहले किया नव वर्ष का स्वागत: संयुक्त अरब अमीरात के दुबई में जश्न का अलग ही माहौल देखने को मिला। आधी रात को जैसे ही घड़ी की सुई 12 पर पहुंची तो दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा के आसपास आतिशबाजी होने लगी।

चीन के अधिकांश प्रमुख शहरों में सुरक्षा और प्रदूषण संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुये आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगा गया था और बेहद शांत तरीके से जश्न मनाया गया। बीजिंग में भारी संख्या में लोग एकत्रित हुये और रंग-बिरंगे परिधानों में कलाकारों ने नृत्य किया, जबकि चॉंगकिंग शहर में शुभकामना देने के लिए लोगों की भीड़ ने गुब्बारे छोड़े।

अपने नए वर्ष के संबोधन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि देश 2024 में आर्थिक सुधार पर ध्यान केंद्रित करेगा और संकल्प लिया कि ताइवान को अपने देश में ‘‘निश्चित रूप से फिर से सम्मलित कर लेगा’’।

ताइवान की राजधानी ताइपे में बांस के आकार की ‘ताइपे 101’ इमारत पर आतिशबाजी के प्रदर्शन के लिए काफी संख्या में लोग एकत्रित हुये। साथ ही शहरभर में संगीत समारोह और अन्य कार्यक्रम आयोजित किये गये।

भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में डूबते सूरज को देखने के लिए काफी संख्या में लोग समुद्र तटों पर उमड़े। वहीं, नयी दिल्ली में नव वर्ष के स्वागत में जमकर आतिशबाजी की गई, जिसने वायु गुणवत्ता के लिहाज से चिंता को बढ़ा दिया।