फिल्‍में न मिलने से निराश हैं वीरदास

हाल ही में स्टैंडअप कॉमेडियन, एक्टर और म्यूजिशियन वीरदास को उनके अनस्क्रिप्टेड स्टैंड अप कॉमेडी शो ‘वीर दास लैंडिंग’ के लिए  एमी इंटरनेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया । इसके बाद से वीरदास  की खुशी सातवें आसमान पर है। वीरदास का ये कॉमेडी शो वर्ल्डवाइड ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीमिंग कर रहा है।

अपनी ट्राफी के साथ मुंबई एयरपोर्ट पर उतरने के बाद अवॉर्ड जीतने के लिए वीरदास ने, अपनी टीम और नेटफ्लिक्स का धन्‍यवाद करते हुए कहा कि ‘ये अवॉर्ड सिर्फ मेरे काम की मान्यता नहीं, बल्कि भारत की कई कहानियों और आवाज़ों का जश्न है।’  

100 से ज्यादा स्टैंड-अप शो, 6 कॉमेडी स्पेशल, 35 नाटकों, 8 टीवी शो और 18 फिल्मों, में काम कर चुके वीरदास चाहते हैं कि एक एक्टर के रूप में वह बॉलीवुड में खूब नाम कमाएं लेकिन बॉलीवुड का कोई मेकर उन्हें घास डालने के मूड़ में नजर नहीं आ रहा है।

फिल्‍मों में काम न मिलने को लेकर वीरदास बेहद निराश हैं। कहा तो यहां तक जाता है कि, यदि उन्हें लेकर कोई मेकर फिल्म शुरू करे तो वह मुफ्त में भी काम करने के लिए तैयार हैं।

31 मई, 1979 को उत्तराखंड के देहरादून में पैदा हुए वीरदास की शुरूआती स्कूली शिक्षा हिमाचल प्रदेश के सोलन और दिल्ली में हुई। उसके बाद वह अपने परिवार के साथ अफ्रीका चले गये जहां नाइजीरिया के इल्लीनोज के नोक्स कॉलेज से उन्‍होंने इकोनॉमिक्स में बैचलर डिग्री हासिल की।

भारत लौटने के बाद वीरदास ने कॉमेडी बेस्‍ड कई स्टेज शो किए जिनमें ’द ग्रेट इंडियन कॉमेडी शो’, ‘द कर्स ऑफ किंग’ ‘टुट्स टॉम्ब’, ‘मुंबई कॉलिंग’, ‘व्हिस्की कैवेलियर’ और ‘फ्रेश ऑफ द बोट’ काफी पॉपुलर हुए।

नेटफ्लिक्स के लिए उनके कॉमेडी शो में ‘हसमुख’, ‘एब्रॉड अंडरस्टैंडिंग’, ‘लूज़िंग इट’, ‘वीर दास: इनसाइड आउट’ और ‘वीर दास: आउटसाइड इन’ ऐसे थे जिनकी वजह से वीरदास ने अपने काफी फेंस बनाए।

वीरदास ने फिल्मों में अपनी शुरूआत ’नमस्ते लंदन’ (2007) में बतौर कॉमेडियन की। इसके बाद उन्‍होंने ’मुंबई सालसा’ (2007), ’लव आजकल’ (2009), ’बदमाश कंपनी’ (2010), ’देली बेली’ (2011), ’गो गोआ गॉन’ (2013), ’सुपर से ऊपर’ (2013), ’शादी के साइड इफेक्ट’ (2014), ’रिवॉल्वर रानी’ (2014), ’अमित शाहनी की लिस्ट’ (2014), ’संता बंता; (2016) ‘शिवाय’ (2016) और ’मस्तीजादे’ (2016) जैसी फिल्मों के जरिए हर किसी का दिल जीत लिया।

अक्टूबर 2014 में, वीरदास ने अपनी पांच साल पुरानी गर्लफ्रेंड शिवानी माथुर के साथ शादी की। उसके बाद भी वह अपने कैरियर को आगे बढाने की कोशिश में लगातार जुटे रहे।  

लेकिन उनके कैरियर में ऐसी कोई बात नजर नहीं आई, जिसकी बदौलत बॉलीवुड में उनकी पहचान बनती। आखिरी बार वह ’पटेल की पंजाबी शादी’ (2017) में नजर आए थे। उसके बाद से फिल्‍मों उनकी एक्टिंग की दुकान पूरी तरह से बंद है।  

इन दिनों वीरदास, एक स्पाई कॉमेडी और एक वेब सिरीज के लिए, बतौर लेखक काम कर रहे हैं। वीरदास का कहना है कि, एक लेखक के तौर पर वे अपने काम को खूब एंजॉय कर रहे हैं। इसके अलावा वे 12 स्क्रिप्ट और भी डेवलप करने में जुटे  जिनमें से 03 पर इसी साल फिल्में शुरू होंगी।