नयी दिल्ली पेरिस ओलंपिक में जगह बनाने की विफलता से उबरते हुए सविता पूनिया की अगुवाई वाली 24 सदस्यीय भारतीय महिला हॉकी टीम आगामी एफआईएच प्रो लीग मैच में ताजा शुरुआत करने की कोशिश करेगी।
वंदना कटारिया की फ्रेक्चर (चीकबोन) से उबरने के बाद बतौर उप कप्तान टीम में वापसी हुई है। इसी फ्रेक्चर के कारण वह इस महीने के शुरू में रांची में ओलंपिक क्वालीफायर्स में नहीं खेल पायी थीं।
रांची में भारतीय टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा जिससे वह ओलंपिक में जगह बनाने से चूक गयी जबकि पिछले दो चरण में टीम ने क्वालीफाई किया था। बल्कि तोक्यो ओलंपिक में तो टीम चौथे स्थान पर रही थी।
प्रो लीग का भुवनेश्वर चरण तीन से नौ फरवरी तक चलेगा जबकि राउरकेला चरण 12 से 18 फरवरी तक होगा।
भारत दोनों चरण में अमेरिका, नीदरलैंड, चीन और आस्ट्रेलिया से दो-दो बार भिड़ेगा।
भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत तीन फरवरी को मौजूदा एशियाड चैम्पियन चीन के खिलाफ करेंगी।
टीम भले ही ओलंपिक में जगह बनाने में विफल रही हो लेकिन हॉकी इंडिया के चयनकर्ताओं ने रांची में खेलने वाले कोर ग्रुप पर बने रहने का फैसला किया जबकि टीम को मजबूत करने के लिए छह और खिलाड़ियों – जूनियर और सीनियर – को शामिल किया।
ड्रैगफ्लिकर गुरजीत कौर और युवा ज्योति छत्री को भारतीय बैकलाइन में शामिल किया गया है।
गोलकीपिंग की जिम्मेदारी सविता और बिचू देवी खारीबाम निभायेंगी।
मिडफील्ड में सुनेलिता टोप्पो एक नया चेहरा हैं।
अनुभवी वंदना और शर्मिला देवी की वापसी से भारतीय आक्रमण मजबूत होगा।
युवा खिलाड़ी मुमताज खान भारतीय अग्रिम पंक्ति में एक नया चेहरा हैं।
भारतीय महिला टीम की मुख्य कोच यानेक शॉपमैन ने कहा, ‘‘एफआईएच प्रो लीग 2023-24 के लिए हमारे पास कुछ युवा खिलाड़ी हैं। यह लीग हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि चैम्पियन टीम एफआईएच हॉकी विश्व कप 2026 में अपना स्थान सुरक्षित कर लेगी। ’’