संयुक्त राष्ट्र/नयी दिल्ली, संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार पर भारत की भागीदारी के लिए उसकी प्रशंसा की और माना कि इस मुद्दे पर प्रगति ‘‘काफी धीमी’’ रही है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र के अध्यक्ष फ्रांसिस ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘‘खैर, मुझे इस बात की पूरी जानकारी है कि सुरक्षा परिषद सुधार पर अपने जी4 वार्ता समूह के साथ भारत स्पष्ट रूप से दो साल की अवधि के भीतर प्रक्रिया को समाप्त करने पर जोर दे रहा है।’’
फ्रांसिस 22 से 26 जनवरी तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं और वह भारत सरकार के नेतृत्व और प्रतिनिधियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे तथा नागरिक समाज, प्रमुख विचार समूहों (थिंक टैंक) के साथ बातचीत करेंगे। साथ ही वह संवहनीयता, बहुपक्षवाद, सुगम्यता और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे से संबंधित कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
उन्होंने यह स्वीकार किया कि सुधार के मुद्दे पर प्रगति काफी धीमी है।
उन्होंने कहा, ‘‘आखिरकार अंतरसरकारी वार्ता सदस्य देशों द्वारा संचालित होती है। यह उन पर निर्भर करता है कि वह सुधार प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाएं।’’
फ्रांसिस ने कहा, ‘‘मैं इस मामले पर भागीदारी के लिए भारत की प्रशंसा करता हूं।’’
भारत सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए कई वर्षों से किए जा रहे प्रयासों में अग्रिम मोर्चे पर रहा है। उसका कहना है कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य का हकदार है। भारत ने कहा है कि सुरक्षा परिषद का मौजूदा रूप 21वीं सदी की भू-राजनीतिक वास्तविकताओं को नहीं दर्शाता है।