महराजगंज (उप्र), गणतंत्र दिवस समारोह से पहले नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) अखिलेश्वर सिंह ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि आगामी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर क्षेत्र में असामाजिक तत्वों की आवाजाही को रोकने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को लोगों को सीमा पार करने की अनुमति देने से पहले उनकी पहचान सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
उन्होंने बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और राष्ट्र विरोधी तत्वों की घुसपैठ को रोकने के लिये एसएसबी ने नेपाल की ओर जाने वाले हर मार्ग पर क्लोज सर्किट और ड्रोन कैमरे लगाए हैं। ये कैमरे मुख्य सड़कों के अलावा एसएसबी चौकियों पर भी लगाए गए हैं।
सिंह ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर सोनौली और ठूठीबाड़ी चौकी पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। सीमा पार से तस्करी को रोकने के लिए नशीले पदार्थों और हथियारों का पता लगाने में प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड को तैनात किया गया है। इन कुत्तों को हथियारों और नशीले पदार्थों का पता लगाने के लिये विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
उन्होंने कहा कि डॉग स्क्वायड की तैनाती के बाद सीमावर्ती क्षेत्र में संदिग्ध लोगों की जांच करने में मदद मिलेगी।
सिंह ने कहा कि नेपाली सुरक्षा एजेंसियों की भी मदद ली जा रही है ताकि कोई भी राष्ट्रविरोधी तत्व भारतीय सीमा में घुसपैठ न कर सके।
इस बीच, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं और महराजगंज में नेपाल सीमा पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और पुलिस सरहद से सटे भीड़भाड़ वाले इलाकों और ढाबों पर संदिग्ध लोगों की जांच कर रही है। इसके साथ ही सोनौली स्थित भारत-नेपाल सीमा से गुजरने वाले लोगों और वाहनों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
उत्तर प्रदेश का महराजगंज जिला नेपाल के साथ 84 किलोमीटर लंबी खुली सीमा साझा करता है।